अमेरिका के पास AI है, चीन के पास पावर है तो भारत के पास क्या? जानें तीनों देशों के आर्थिक विकास पर क्या कहते हैं अनिल अग्रवाल

Vedanta Chairman Anil Agarwal ने अपने सोशल मीडिया X अकाउंट पर पोस्ट कर बताया कि अमेरिका और चीन के मुकाबले भारत की विकास क्षमता कहीं अधिक व्यापक है. उन्होंने मैन्युफैक्चरिंग, संसाधन और सेवा सेक्टर में विशाल वृद्धि की संभावनाओं और युवा उद्यमियों पर भरोसा ज़रूरी होने पर जोर दिया.

By Anshuman Parashar | December 2, 2025 12:50 PM

Vedanta Chairman Anil Agarwal: वेदांता रिसोर्सेज के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं की तुलना करते हुए भारत की विकास क्षमता पर ज़ोरदार विश्वास व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका और चीन जैसे दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की वृद्धि केवल कुछ ही क्षेत्रों पर निर्भर है जबकि भारत के विकास की नींव अधिक व्यापक और मजबूत है.

अमेरिका-चीन की अर्थव्यवस्थाएं संघर्ष में

अमेरिका और चीन दुनिया की दो सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्तियां हैं, लेकिन जहां अमेरिका की ग्रोथ मुख्य तौर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर निर्भर है, वहीं चीन की ग्रोथ अपने इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की तकनीकों पर टिकी है.

भारत की ताकत व्यापक और 20 गुना संभावित ग्रोथ

इसके विपरीत अनिल अग्रवाल ने भारत की ताकत और विशाल क्षमता को रेखांकित किया. उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत की विकास गाथा किसी एक या दो सेक्टर पर निर्भर नहीं है, बल्कि उनका मानना है कि भारत का विनिर्माण उत्पादन 10 गुना बढ़ सकता है. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि भारत का संसाधन (खनन और धातु) क्षेत्र 20 गुना तक विशाल वृद्धि दर्ज करने की क्षमता रखता है. पर्यटन और शिक्षा जैसे सेवा क्षेत्र भी भारत में बड़े पैमाने पर विकास की असीमित क्षमता रखते हैं.

विकास के एक्सप्रेसवे पर दौड़ने का उपाय

अनिल अग्रवाल ने स्पष्ट संदेश दिया कि भारत को अपनी इस अपार क्षमता को वास्तविकता में बदलने के लिए केवल एक चीज की आवश्यकता है. उन्होंने अपने पोस्ट आखिरी में लिखा कि हमें बस डीरेगुलेट करने और अपने युवा एंटरप्रेन्योर्स पर भरोसा करने की ज़रूरत है ताकि वे हमें ग्रोथ के एक्सप्रेसवे पर ले जा सकें. यह भारत का समय है.

Also Read: AI पर वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल का बड़ा बयान, बोले- ह्यूमैन इंटेलिजेंस के आगे कुछ नहीं

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.