दुनिया भर में बजेगा भारत का ‘झुनझुना’, मल्टीनेशनल कंपनियां खरीद रहीं खिलौना

अमेरिका और यूरो के टॉप टॉय रिटेलर्स भारत में खिलौना बनाने वालों से माल खरीदने के लिए संपर्क साधा है. एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि इन मल्टीनेशनल कंपनियों ने अनुपालन संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत के खिलौना निर्माताओं की मदद करने के लिए भी तैयार हैं.

By Prabhat Khabar Print Desk | April 13, 2023 9:56 AM

पेरिस/नई दिल्ली : एक समय था, जब भारत के बाजारों में चाइनीज खिलौनों की मांग अधिक थी. अब स्थिति यह है कि भारतीय खिलौनों में बच्चों का सबसे प्यारा खिलौना झुनझुना पूरी दुनिया में बजने को तैयार है. इसका कारण यह है कि भारत में बने खिलौनों की मांग पूरी दुनिया में बढ़ रही है. आलम यह है कि अमेरिका और यूरोप जैसे महादेशों की टॉप मल्टीनेशनल कंपनियां भारत के खिलौना निर्माताओं से संपर्क साध रहे हैं.

बड़े पैमाने पर खरीदेंगे खिलौना

मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका और यूरो के टॉप टॉय रिटेलर्स भारत में खिलौना बनाने वालों से माल खरीदने के लिए संपर्क साधा है. एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि इन मल्टीनेशनल कंपनियों ने अनुपालन संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत के खिलौना निर्माताओं की मदद करने के लिए भी तैयार हैं. उन्होंने कहा कि ये दिग्गज रिटेलर्स भारत से बड़े पैमाने पर खिलौने खरीदना चाह रहे हैं.

खिलौना निर्माण को बढ़ावा दे रहा डीपीआईआईटी

बताते चलें कि उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) खिलौनों के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रहा है. डीपीआईआईटी अनुपालन प्रावधानों को पूरा करने के लिए भारत के खिलौना निर्माताओं की मदद भी कर रहा है. प्लेग्रो टॉयज इंडिया के प्रवर्तक और टॉय एसोसिएशन ऑफ इंडिया के चेयरमैन मनु गुप्ता ने कहा कि अमेरिका के एक रिटेलर ने राइड-ऑन तथा आउटडोर खिलौने और मैकेनिकल तथा इलेक्ट्रिकल खिलौनों सहित तीन मुख्य श्रेणियों में खिलौने खरीदने के लिए उद्योग से संपर्क किया है.

ऑर्डर लेने में मदद कर रहे डीपीआईआईटी अधिकारी

मनु गुप्ता ने कहा कि डीपीआईआईटी के अधिकारी उद्योग जगत को इन ग्लोबल कंपनियों से जुड़ने और ऑर्डर हासिल करने में मदद कर रहे हैं. ये कंपनियां उनसे सामान खरीदती हैं, जो उनके उत्पाद और सामाजिक अनुपालन को पूरा करती हैं. उन्होंने कहा कि अब तक 82 भारतीय कंपनियों ने इस कवायद का हिस्सा बनने के लिए दिलचस्पी दिखाई है. उन्होंने कहा कि इटली की एक फर्म ने भी भारत से सोर्सिंग के लिए हमसे संपर्क किया है. गुप्ता ने कहा कि यह क्षेत्र वैश्विक बाजारों में मांग में कमी और भारतीय ब्रांड को बढ़ावा देने से संबंधित कुछ मुद्दों का सामना कर रहा है.

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