IRCTC: Howrah से तीन हाइस्पीड ट्रेनों को चलाने की तैयारी, पांच घंटे में हावड़ा से रांची पहुंचायेगी यह ट्रेन

रेल मंत्रालय ने पूरे देश में आठ हाइ स्पीड ट्रेन चलाने का फैसला लिया है. इनमें तीन ट्रेनें हावड़ा से खुलेंगी. बताया जा रहा है कि हाइस्पीड ट्रेनों की अधिकतम गति 160 किमी प्रति घंटे होगी. इनके लिए अलग से रेक और पटरी तैयार होगी और सिग्नलिंग व्यवस्था भी अलग होगी.

By Prabhat Khabar Print Desk | November 14, 2021 7:43 AM

हावड़ा : हावड़ा से पुरी, मुंबई और चेन्नई जानेवाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है. रेल मंत्रालय ने पूरे देश में आठ हाइ स्पीड ट्रेन चलाने का फैसला लिया है. इनमें तीन ट्रेनें हावड़ा से खुलेंगी. बताया जा रहा है कि हाइस्पीड ट्रेनों की अधिकतम गति 160 किमी प्रति घंटे होगी. इनके लिए अलग से रेक और पटरी तैयार होगी और सिग्नलिंग व्यवस्था भी अलग होगी. मंत्रालय की ओर से संबंधित जोन को दो महीने में रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है.

जानकारी के अनुसार, हावड़ा स्टेशन से पुरी, मुंबई और चेन्नई के लिए ये तीनों ट्रेनें खुलेंगी. हावड़ा से पुरी की दूरी 502 किमी है. यह दूरी तय करने में शताब्दी एक्सप्रेस को साढ़े सात घंटे का समय लगता है. हाइ स्पीड ट्रेन यह दूरी लगभग चार घंटे में तय कर लेगी. वहीं, हावड़ा से मुंबई की दूरी 1,965 किमी है. अभी हावड़ा से मुंबई के लिए खुलनेवाली दुरंतो‍ एक्सप्रेस 26 घंटे का समय लेती है. हाइ स्पीड ट्रेन महज 14 घंटे में यात्रियों को मुंबई पहुंचा देगी.

ठीक इसी तरह, हावड़ा से चेन्नई की दूरी 1,652 किमी है. चेन्नई मेल व अन्य ट्रेनें करीब 28 घंटे में यह दूरी तय करती है. हाइ स्पीड ट्रेन 13 घंटे में यात्रियों को चेन्नई पहुंचा देगी. पांच हाइ स्पीड ट्रेनें दिल्ली-चेन्नई, मुबंई-चेन्नई, चेन्नई-बेंगलुरु, बेंगलुरु-हैदराबाद और चेन्नई-हैदराबाद के बीच चलेंगी.

हावड़ा से रांची पांच घंटे में पहुंचायेगी वंदे भारत एक्स: पूर्व रेलवे की ओर से वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू करने की भी योजना बनायी गयी है. यह हावड़ा से रांची के बीच की दूरी महज पांच घंटे में तय कर लेगी. उम्मीद जतायी जा रही है कि अगले वर्ष के मध्य तक हावड़ा-रांची के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत हो जायेगी. यह ट्रेन हावड़ा से सुबह और रांची से शाम को खुलेगी. हावड़ा से रांची के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस का ठहराव दुर्गापुर, आसनसोल, धनबाद, चंद्रपुरा, बोकारो और मुरी स्टेशनों पर होगा.

ट्रेनों के लिए अलग से सिग्नलिंग व्यवस्था: रेल मंत्रालय ने हाइ स्पीड ट्रेनें चलाने का फैसला लिया है. इन्हें चलाने से पहले काफी तैयारी करने की जरूरत है. पटरियों को तैयार करना होगा. इन ट्रेनों के लिए अलग से सिग्नलिंग व्यवस्था की जायेगी. ट्रेन चालकों को प्रशिक्षत किया जायेगा. हाइ स्पीड ट्रेनों का किराया कितना होगा, इस पर विचार-विमर्श जारी है. साथ ही नये कोच भी तैयार किये जायेंगे.

वरिष्ठ अधिकारी, दक्षिण पूर्व रेलवे

Posted by: Pritish Sahay

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