HDFC Bank Fixed Deposit Rates: SBI को पछाड़ते हुए HDFC FD बन गया युवाओं का पसंदीदा, जानें क्यों
HDFC Bank Fixed Deposit Rates: HDFC बैंक ने अपने FD रेट्स में बदलाव किया है, जो नए और रिन्यू करने वाले डिपॉजिटर्स दोनों के लिए खास है. छोटे टेन्योर पर 2.75% से 4.25% और लंबे टेन्योर पर 5.50% से 6.45% तक का रिटर्न मिलेगा. सीनियर सिटीजन्स को अतिरिक्त 0.25% का फायदा भी मिलेगा. SBI FD रेट्स की तुलना में HDFC FD युवा निवेशकों के लिए अब और आकर्षक हो गया है. सुरक्षित और आसान तरीके से पैसे बढ़ाने का यह सही मौका है.
HDFC Bank Fixed Deposit Rates: HDFC बैंक ने अपने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) रेट्स में बदलाव किया है. यह बदलाव उन लोगों के लिए खास है जो नया FD खोलना चाहते हैं या अपना मौजूदा FD रिन्यू कर रहे हैं. अब 7 दिन से लेकर 10 साल तक के टेन्योर पर अलग-अलग ब्याज दरें लागू हो सकती हैं. अगर आप सोच रहे हैं कि ये छोटी राशि या बड़ी राशि के लिए है, हर किसी के लिए क्या फायदा है, तो चलिए इसके बारे में समझते हैं.
छोटे टेन्योर के लिए कितना मिलेगा?
अगर आप 7 से 45 दिन के लिए FD खोलते हैं, तो ब्याज दर 2.75% से 3.25% तक है. थोड़े लंबे समय यानी 46 दिन से 6 महीने तक के FD पर अब 4.25% मिलेगा. और 6 महीने से 1 साल तक के FD पर रिटर्न 5.50% से 5.75% तक है. इसका मतलब यह है कि चाहे आप छोटे समय के लिए निवेश करें या एक साल तक, HDFC बैंक का FD आपके पैसे पर अच्छा रिटर्न देगा.
लंबे टेन्योर में क्या फायदा?
1 साल से 3 साल तक के FD पर ब्याज 6.25% से 6.45% तक है. 3 साल से 5 साल तक FD पर 6.40% मिलेगा. 5 साल से 10 साल तक के FD में रिटर्न थोड़ा कम यानी 6.15% है. सीनियर सिटीजन्स को इन लंबी अवधि के FD पर अतिरिक्त 0.25% का प्रीमियम मिलेगा.
HDFC FD और SBI FD में क्या फर्क है?
हाल ही में SBI ने भी अपने FD रेट्स घटाए हैं. 2 से 3 साल के FD पर उनका रिटर्न अब 6.40% है. मतलब अगर आप युवा हैं और सोच रहे हैं कि पैसे को सुरक्षित रखना है और अच्छे रिटर्न के साथ बढ़ाना है, तो HDFC बैंक का FD एक आकर्षक विकल्प बन गया है. HDFC बैंक का कहना है कि FD रेट्स बिना नोटिस बदले जा सकते हैं, इसलिए पैसा लगाते समय वेबसाइट पर नए रेट्स जरूर चेक कर लें.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.
