Bharat Bandh: एक दिन के Bharat Bandh से देश को कितना होता है नुकसान?

Bharat Bandh: आज 9 जुलाई 2025 को Bharat Bandh है. देश भर के 25 करोड़ कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे. ऐसे में भारत को कितना नुकसान होगा और इसकी भरपाई कभी हो पाएगी या नहीं सब कुछ इस आर्टिकल में जान लिजिए.

By Shailly Arya | July 9, 2025 11:32 AM

Bharat Bandh: आज Bharat Bandh है, एक दिन के भारत बंद से देश को कितना नुकसान होता है क्या आप जानते है. नहीं जानते तो कोई बात नहीं अब पता चल जाएगा. इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे है कि एक दिन के भारत बंद होने से कितना और क्या क्या नुकसान होता है और क्या इसकी भरपाई हो पाती है कभी.

कन्फेडेरेशन इंडियन इंडस्ट्रीज ( CII ) के मुताबिक, भारत बंद से हुए असर की भरपाई कभी नहीं हो पाती है. क्योंकि ये नुकसान काफी बड़ा होता है.नप

भारत बंद से इकोनॉमी को नुकसान

Bharat Bandh से आम जनता को दिक्कत तो होती ही है. लेकिन क्या आप जानते है कि एक दिन के भारत बंद से इकोनॉमी को कितना नुकसान झेलना पड़ता है. साल 2021 की एक रिपोर्ट के अनुसार और उद्दोग सीआईआई के मुताबिक एक दिन के भारत बंद से इकोनॉमी को करीब 25 से 30 हजार करोड़ का नुकसान होता है.

Federation of Indian Chambers of Commerce and Industry के अनुसार,
अलग-अलग सेक्टरों में Bharat Bandh से होने वाला नुकसान अलग-अलग है.

  • देशभर के बैंक कर्मचारी अगर एक दिन के लिए बंद पर चले जाएं तो तकरीबन 25 हजार करोड़ का लॉस होता है.
  • रेलवे का नुकसान एक दिन में 24 सौ करोड़ है.
  • देशभर के मजदूर (असंगठित सेवा) एक दिवसीय हड़ताल करें तो 26 हजार करोड़ का नुकसान हो सकता है.

आज Bharat Bandh

बता दें कि आज 9 जुलाई को देशभर के 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और किसान संगठनों के संयुक्त मंच ने ‘भारत बंद’ बुलाया है. ये हड़ताल केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ बुलाई गई है. इसमें बैंकिंग, परिवहन, डाक सेवाएं जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों के 25 करोड़ से अधिक कर्मचारियों और ग्रामीण मजदूरों के शामिल होने की उम्मीद है. ये हड़ताल केंद्र सरकार की कथित ‘मजदूर विरोधी, किसान विरोधी और कॉर्पोरेट समर्थक’ नीतियों के खिलाफ एकजुटता का प्रदर्शन है.

Also Read: Bharat Bandh Tomorrow: कल Bharat Bandh पर बैंक बंद है या नहीं, जानिए क्यों हो रहा है हड़ताल

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.