कभी चलाते थे तांगा, आज 94 साल के उम्र में कमाते हैं 21 करोड़ रुपये

अगर आपने एमडीएच मसाले का उपयोग किया है तो पगड़ी पहने धर्मपाल गुलाटी की तसवीर जरूर देखी होगी. हर घर के किचन में अपनी पहुंच बनाने वाला एमडीएच ब्रांड ने फिर एक नया रिकार्ड बनाया. एमडीएच के संस्थापक धर्मपाल गुलाटी देश में किसी भी एफएमसीजी कंपनी के सबसे ज्यादा महंगे सीइओ बन गये. 94 वर्षीय […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 17, 2017 4:05 PM

अगर आपने एमडीएच मसाले का उपयोग किया है तो पगड़ी पहने धर्मपाल गुलाटी की तसवीर जरूर देखी होगी. हर घर के किचन में अपनी पहुंच बनाने वाला एमडीएच ब्रांड ने फिर एक नया रिकार्ड बनाया. एमडीएच के संस्थापक धर्मपाल गुलाटी देश में किसी भी एफएमसीजी कंपनी के सबसे ज्यादा महंगे सीइओ बन गये. 94 वर्षीय धर्मपाल गुलाटी 21 करोड़ रुपये सैलेरी लेते हैं जो गोदरेज कंज्यूमर के आदि गोदरेज,विवेक गंभीर, हिंदुस्तान यूनीलिवर के संजीव मेहता व आइटीसी के वाई सी देवेश्वर की कमाई से भी ज्यादा है.

क्या है एमडीएच के कामयाबी का राज

धर्मपाल गुलाटी विभाजन के बाद भारत आये थे. पाकिस्तान के सियालकोट में इनके पिताजी का छोटा दुकान था. भारत आने के बाद उन्होंने सबसे पहले तांगा चलाने का काम शुरू किया. धर्मपाल गुलाटी ने फिर छोटा सा मसाला दुकान खोला जो आगे चलकर 1500 करोड़ रुपये की कंपनी बन गयी.

दिल्ली के करोलबाग में आकर बसने वाले गुलाटी को लोग प्यार से दादा जी या महाशय जी के नाम से भी जाना जाता है. आज भारत में कंपनी की 21 फैक्ट्रियां हैं और 1000 डीलरों को नियमित रूप से मसाले की सप्लाई करती है. धर्मपाल गुलाटी अपने अनुशासित जीवन को कामयाबी का राज मानते हैं.

एमडीएच के 60 से ज्यादा उत्पाद है. अपनी कम कीमतों और मजबूत सप्लाई चेन की वजह से आज वो मसाला किंग के नाम से जाते हैं.भारत के बाहर भी इनके प्रोडक्ट काफी मशहूर है.

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