भारत में निजी बैंकिंग कारोबार समेटेगा HSBC

मुंबई: वैश्विक वित्तीय सेवा प्रदाता एचएसबीसी ने भारत में अपने निजी बैंकिंग कारोबार को बंद करने की घोषणा आज की. कंपनी इस कारोबार के तहत संपत्ति प्रबंधन सेवाओं की पेशकश करती है.बैंक के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा,‘ यहां हमारे वैश्विक निजी बैंकिंग परिचालन की रणनीतिक समीक्ष के बाद, हमने अपने कारोबार को बंद […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 27, 2015 7:41 PM

मुंबई: वैश्विक वित्तीय सेवा प्रदाता एचएसबीसी ने भारत में अपने निजी बैंकिंग कारोबार को बंद करने की घोषणा आज की. कंपनी इस कारोबार के तहत संपत्ति प्रबंधन सेवाओं की पेशकश करती है.बैंक के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा,‘ यहां हमारे वैश्विक निजी बैंकिंग परिचालन की रणनीतिक समीक्ष के बाद, हमने अपने कारोबार को बंद करने का फैसला किया है. ‘ अधिकारी ने कहा कि शांतनु अंबेडकर की अगुवाई में लगभग 70 लोग कार्यरत हैं जिन्हें अब खुदरा बैंक में सम्माहित किया जाएगा.

बैंक ने इससे पहले दिन में अपने कर्मचारियों को भेजे एक विभागीय ईमेल में इसकी घोषणा की. उल्लेखनीय है कि रायल बैंक आफ स्काटलैंड ने दो महीने पहले ही अपने निजी बैंकिंग कारोबार से हटने की घोषणा की थी.हालांकि अभी यह पता नहीं चल सका है कि बैंक अपने संपत्ति प्रबंधन कारोबार के तहत कितने धन का प्रबंधन कर रहा है.
प्रवक्ता ने कहा कि यह कारोबार मार्च 2016 तक बंद कर दिया जाएगा और उसके चुनिंदा ग्राहकों को एचएसबीसी प्रीमियर में जाने का विकल्प होगा. एचएसबीसी प्रीमियर उसकी वैश्विक खुदरा बैंकिंग व संपत्ति प्रबंधन इकाई है.ब्रिटेन का यह बैंक भारत में भी एचएसबीसी प्रीमियर में निवेश कर रहा है ताकि उत्पाद व सेवा पेशकश बढाई जा सके.
उल्लेखनीय है इस वैश्विक बैंक की निजी बैंकिंग इकाई काले धन को लेकर एक जांच का सामना कर रही है क्योंकि पत्रकारों के एक वैश्विक समूह आईसीआईजे की एक जांच में पाया गया था कि 1000 से अधिक भारतीयों ने 2007 तक एचएसबीसी की जिनीवा शाखा में चार अरब डालर से अधिक धन लगाया.

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