मारुति के गुजरात संयंत्र पर शेयरधारकों की वोटिंग जल्‍द

नयी दिल्ली : नियामकीय नियमों के आने के साथ देश की सबसे बडी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया को अपनी मूल कंपनी सुजुकी को गुजरात संयंत्र में निवेश करने और उसका स्वामित्व लेने की अनुमति देने के लिए अल्पांश शेयरधारकों का मतदान जल्द होने की उम्मीद है. यहां कंपनी की वार्षिक आम सभा में शेयरधारकों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 4, 2015 2:11 PM

नयी दिल्ली : नियामकीय नियमों के आने के साथ देश की सबसे बडी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया को अपनी मूल कंपनी सुजुकी को गुजरात संयंत्र में निवेश करने और उसका स्वामित्व लेने की अनुमति देने के लिए अल्पांश शेयरधारकों का मतदान जल्द होने की उम्मीद है. यहां कंपनी की वार्षिक आम सभा में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आर.सी. भार्गव ने कहा, ‘गुजरात संयंत्र पर अल्पांश शेयरधारकों के मतदान में इसलिए विलंब हुआ क्योंकि हमने पाया कि सरकार ने कंपनी कानून, 2013 में कुछ संशोधन किया. हमने सोचा कि एक ऐसे कानून के तहत मतदान कराना गुस्ताखी होगी जिसमें संशोधन किया जा रहा है. इसलिए हमने इसे टाल दिया.’

उन्होंने कहा कि चूंकि कानून में संशोधन किया जा रहा था, सेबी सहित अन्य लोगों को संशोधन करना था, इसलिए गुजरात सरकार ने अपने कदम रोक लिये थे. सेबी ने अब कानून में संशोधन को संज्ञान में लेकर सूचीबद्धता से जुडी अनिवार्यता में बदलाव कर लिया है. भार्गव ने कहा, ‘इस तरह से एक हिस्सा पूरा हो गया है. हमें उम्मीद है कि गुजरात सरकार की कार्रवाई संभवत: सप्ताह-दस दिन में पूरी हो जाएगी. इसके बाद हम परियोजना के समर्थन में आपके पास मतदान के लिए आएंगे.’ उल्लेखनीय है कि मारुति सुजुकी इंडिया ने कारों की बढती मांग पूरी करने के लिए अपना तीसरा संयंत्र गुजरात में लगाने की योजना बनायी थी.

हालांकि, पिछले साल जनवरी में मूल कंपनी सुजुकी मोटर कारपोरेशन ने घोषणा की कि वह गुजरात संयंत्र का निर्माण करने के लिए 48.8 करोड डालर का निवेश करेगी. इस कदम का विरोध करते हुए मारुति के संस्थागत निवेशकों ने शेयर बाजार नियामक सेबी से संपर्क किया और अल्पांश शेयरधारकों के हितों की रक्षा करने के लिए उससे हस्तक्षेप की मांग की. गुजरात संयंत्र के महत्व को रेखांकित करते हुए भार्गव ने कहा, ‘इस साल यदि हमारी वृद्धि दहाई अंक में रहती है तो हमारी क्षमता का इस्तेमाल शत प्रतिशत हो जाएगा. हम चालू वित्त वर्ष के दौरान 14 लाख से ज्यादा वाहनों का उत्पादन कर रहे होंगे.’

उन्होंने कहा कि कंपनी के गुडगांव और मानेसर संयंत्रों की कुल क्षमता सालाना 15 लाख वाहनों की है और इसमें क्षमता विस्तार की गुंजाइश नहीं बची है.‘ गुजरात संयंत्र पर काम जोरों से चल रहा है और हम समय पर संयंत्र में उत्पादन चालू कर लेंगे.’ गुजरात संयंत्र की कुल स्थापित क्षमता सालाना 7.5 लाख कारों की होगी और इसके मई, 2017 तक परिचालन में आने की संभावना है.

उन्होंने कहा कि पिछले साल कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 45 प्रतिशत से अधिक रही और इस साल हम पहले ही 47 प्रतिशत तक बाजार हिस्सेदारी हासिल कर चुके हैं. कंपनी ने 2014-15 में घरेलू बाजार में 11,70,702 कारें बेची जो इससे पिछले वित्त वर्ष में बिकी 10,53,689 कारों की तुलना में 11.1 प्रतिशत अधिक है. भार्गव ने कहा, ‘मुझे लगता है कि एसयूवी और इस खंड में अन्य वाहनों की लांचिंग से हमें एसयूवी खंड में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढाने में मदद मिलेगी.’

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