नेस्ले के ग्लोबल सीइओ पॉल बुल्‍के की सफाई : भारत हमारे लिए महत्वपूर्ण, हम मैगी नूडल्स में नहीं मिलाते MSG

नयी दिल्‍ली : पूरे देश में मैगी को लेकर मचे बवाल के बीच मैगी बनाने वाली कंपनी नेस्‍ले इंडिया का कहना है कि उनके उत्‍पाद सभी मानकों पर खरे हैं और इसमें किसी भी प्रकार के वैसे पदार्थों का समावेश नही है जो मानव शरीर के लिए हानिकारक हो. कंपनी की ओर से सफाई पेश […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 5, 2015 12:53 PM

नयी दिल्‍ली : पूरे देश में मैगी को लेकर मचे बवाल के बीच मैगी बनाने वाली कंपनी नेस्‍ले इंडिया का कहना है कि उनके उत्‍पाद सभी मानकों पर खरे हैं और इसमें किसी भी प्रकार के वैसे पदार्थों का समावेश नही है जो मानव शरीर के लिए हानिकारक हो. कंपनी की ओर से सफाई पेश करते हुए आज नेस्‍ले इंडिया के ग्‍लोबल सीइओ पॉल बुल्‍के ने कहा कि मैगी पिछले 30 सालों से भारत में लोकप्रिय है. उन्होंने कहा कि भारत हमारे लिए महत्वपूर्ण है.

उन्‍होंने कहा कि मैगी खाने के लिए सुरक्षित है, यह उत्‍पाद विश्‍व के कई देशों में वहां के गुणवत्ता मानक को ध्‍यान में रखकर तैयार किया जाता है. पॉल ने कहा कि भारत में हमारे प्रोडक्‍ट मैगी में सीसे की अधिक मात्रा को लेकर जो विवाद हुआ है उससे ग्राहकों की विश्‍वसनीयता घटी है.

उन्‍होंने कहा कि मैं स्‍पष्‍ट करना चाहता हूं कि हमारे किसी भी प्रोडक्‍ट में एमएसजी (मोनोसोडियम ग्‍लूटामेट) नहीं मिलाया जाता है. हम अपने उपभोक्‍ताओं को ध्‍यान में रखते हुए इस घटना में स्थिति को स्‍पष्‍ट करने के लिए अधिकारियों का साथ देंगे. उन्‍होंने कहा कि हमारे उत्‍पाद पूरे विश्‍व में गुणवत्ता के एक ही मापदंड को ध्‍यान में रखकर तैयार किया जाता है. हमारे उत्‍पाद जिन चिजों से तैयार किये जाते हैं उनमें प्राकृतिक घटक के रूप में एमसीजी मौजूद हो सकता है.

पॉल ने कहा कि हमारे उत्‍पाद की गुणवत्ता और सुरक्षा आला दर्जे का हो यह हमारी प्राथमिकता है. उन्‍होंने कहा कि हमें विश्‍वास है कि हम जल्‍द से जल्‍द बाजार में वापसी करेंगे. हमें अभी तक कोई भी ऐसी टेस्ट रिपोर्ट नहीं दिखाई गयी है जो किसी तीसरे पार्टी की ओर से की गयी हो.

नेस्‍ले के इंडिया सीइओ, संजय खजुरिया ने कहा कि हम नियामकों से बात करने का प्रयास कर रहे हैं कि उन्‍होंने किस प्रकार का टेस्‍ट किया है और क्‍या हमें उसकी रिपार्ट मिल सकती है. हम यह जानने का प्रयास करेंगे कि हमारे प्रयोगशालाओं और दूसरे प्रयोगशालाओं के रिपोर्ट अलग-अलग क्‍यों हैं. उन्‍होंने कहा कि हमने अपने प्रयोगशालाओं में मैगी के 1000 नमूनों को टेस्‍ट किया है, लेकिन उनमें से किसी में भी हानिकारक तत्‍व नहीं मिले हैं.

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