खुशखबरी, नये साल में 30 फीसदी वेतन बढोतरी के साथ 5 लाख नियुक्तियां करेंगी भारतीय कंपनियां

नयी दिल्ली: भारतीय उद्योग जगत नयी सरकार के अच्छे दिन के वादे पर विचार कर रही है. दरअसल भारतीय कंपनियों ने 2015 में न केवल नियुक्तियां बढाने की योजना बनायी है. ये कर्मचारियों की वेतन बढ़ोतरी पर भी विचार कर रही है. कुल मिलाकर रोजगार बाजार में कंपनियों ने तीन से पांच लाख नयी नौकरियों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 14, 2014 3:47 PM
नयी दिल्ली: भारतीय उद्योग जगत नयी सरकार के अच्छे दिन के वादे पर विचार कर रही है. दरअसल भारतीय कंपनियों ने 2015 में न केवल नियुक्तियां बढाने की योजना बनायी है. ये कर्मचारियों की वेतन बढ़ोतरी पर भी विचार कर रही है.
कुल मिलाकर रोजगार बाजार में कंपनियों ने तीन से पांच लाख नयी नौकरियों का वादा किया है. इस बाबत कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की संख्या में 15 से 20 प्रतिशत इजाफा करने का मन बनाया है. इसके अलावा कंपनियों ने कर्मचारियों के वेतन में 10 से 12 प्रतिशत वृद्धि की योजना बनायी है. कुछेक पदों या क्षेत्रों में वेतनवृद्धि 30 प्रतिशत तक हो सकती है.
विशेषज्ञों का कहना है कि नयी सरकार के कार्यभार संभालने के बाद कारोबारी धारणा में सुधार हुआ है. इसी वजह से कंपनियां ऐसी महत्वाकांक्षी योजनाएं बना रही हैं. इसको देखते हुए लगता है कि 2015 का साल रोजगार बाजार के लिए 2014 से बेहतर रहेगा.
विभिन्न मानव संसाधन कंपनियों व रोजगार पर परामर्श देने वाले संगठनों के अनुसार 2014 में नियुक्तियों में औसत वृद्धि 10 से 12 प्रतिशत रही है, वहीं वेतनवृद्धि 8 से 10 प्रतिशत रही है.वैश्विक मानव संसाधन समाधान प्रदाता एआन हेविट के अनुसार देश में 500 संगठनों में औसत वेतनवृद्धि 2014 में 10 प्रतिशत रही है. विभिन्न उद्योगों में वेतनवृद्धि की दर 8.8 से 12 फीसदी के बीच रही है.
वैश्विक कंपनी हेग्रुप के अनुसार भारतीय कंपनियां 2015 में औसतन वेतन में 10.5 प्रतिशत की बढोतरी करेंगी. यह एशिया के कई देशों की तुलना में अधिक है.एक अन्य वैश्विक सलाहकार मर्सर ने बताया कि 2015 में भारतीय कंपनियां वेतन में औसतन 11 प्रतिशत की बढोतरी करेंगी जो पिछले साल10.6 प्रतिशत रही है.
स्टाफिंग कंपनी टीमलीज सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कुणाल सेन ने कहा ‘आईटी, स्वास्थ्य सेवा और फार्मा, विनिर्माण, इंजीनियरिंग व खुदरा जैसे क्षेत्रों में नियुक्तियों में उल्लेखनीय इजाफा होगा. वहीं दूरसंचार, एफएमसीजी और वित्तीय सेवा क्षेत्र में भी नौकरियों की संख्या अच्छी खासी बढेगी’.
प्रतिभाओं को आकर्षित करने व बनाए रखने के लिए कंपनियां वेतन वृद्धि के अलावा कई और रास्ते अपना रही हैं. मसलन वे वेलनेस कार्यक्रमों, सेवानिवृत्ति मॉडल, वित्तीय वेलनेस और कॉलेजों के साथ भागीदारी के जरिये प्रतिभा पूल का सृजन करेंगी. इस दौरान कर्मचारियों द्वारा नौकरी बदलने की दर स्थिर रहेगी.
मैनपावर ग्रुप के रोजगार परिदृश्य सर्वेक्षण के अनुसार जनवरी से मार्च की अवधि में भारतीय नियोक्ता तेज नियुक्ति गतिविधियों की उम्मीद कर रहे हैं. अगले तीन माह के दौरान नियुक्ति योजना के मामले में भारत सबसे आशावान देश के रुप में उभरा है. कैंपस नियुक्तियां तेजी से चल रही हैं. नीतिगत मोर्चे पर सुस्ती की वजह से कंपनियों की जो विस्तार योजनाएं अटकी हुई थीं. अब वे भी तेजी से आगे बढ रही हैं.बुनियादी ढांचा, बिजली, उर्जा, विनिर्माण, आईटी, आईटीईएस, खुदरा, ई-कामर्स और बैंकिंग क्षेत्र में भी उंची मांग देखने को मिलेगी.

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