भारत में 15 अरब डॉलर का हो जायेगा इ-कॉमर्स बाजार: गूगल

नयी दिल्लीः दो साल में भारतीय इ-कामर्स के बाजार में भारी बढोत्तरी की संभावना है. पिछले कुछ सालों में लोगों का विश्वास इंटरनेट के कारोबार पर बढ़ा है. कंपनियां भी समय-समय पर लुभावने ऑफर देकर ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने में कामयाब रही हैं. प्रौद्योगिकी कंपनी ‘गूगल’ ने आज कहा कि इंटनेट के बढते […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 20, 2014 7:10 PM

नयी दिल्लीः दो साल में भारतीय इ-कामर्स के बाजार में भारी बढोत्तरी की संभावना है. पिछले कुछ सालों में लोगों का विश्वास इंटरनेट के कारोबार पर बढ़ा है. कंपनियां भी समय-समय पर लुभावने ऑफर देकर ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने में कामयाब रही हैं.

प्रौद्योगिकी कंपनी ‘गूगल’ ने आज कहा कि इंटनेट के बढते इस्तेमाल तथा ऑनलाइन शॉपिंग के प्रति बढते मोह के चलते भारत में इंटरनेट के जरिए होने वाला कारोबार (इ-कामर्स) 2016 तक बढकर 15 अरब डॉलर हो जाएगा. कंपनी का कहना है कि ऑनलाइन खरीदारी करने वालों की संख्या अगले दो साल में बढकर 10 करोड हो जाएगी. इंटरनेट से खरीदारी को लेकर लोगों को विश्वास भी काफी बढ़ा है.

कंपनी ने एक सर्वेक्षण में निष्कर्ष निकाला है कि 2012 में 80 लाख लोग आनलाइन खरीदारी कर रहे थे जबकि फिलहाल यह संख्या बढ कर 3.5 करोड हो गयी है. ग्राहक आनलाइन स्टोरों से परिधानों से लेकर इलेक्ट्रानिक सामान व कास्मेटिक तक विभिन्न तरह के उत्पाद खरीदते हैं.यह संख्या अगले दो साल में बढकर दस करोड होने का अनुमान हैं. अनुमान है कि भारत में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वालों की संख्या दिसंबर 2014 के आखिर तक बढकर 30.2 करोड हो जाएगी और आनलाइन उपयोक्ताओं की संख्या के लिहाज से वह अमेरिका को पछाडते हुए दूसरे स्थान पर आ जाएगा.
गूगल इंडिया के प्रबंध निदेशक राजन आनंदन ने संवाददाताओं को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा,‘आनलाइन खरीदारों की संख्या 2016 तक तीन गुना बढेगा और महानगरों से पांच करोड से अधिक नये ग्राहक जुडेंगे.’ उन्होंने कहा कि आनलाइन खरीददारी को लेकर लोगों का भरोसा काफी उंचा है.
उन्होंने कहा कि भारत का आनलाइन खुदरा कारोबार बाजार 2016 के आखिर तक 15 अरब डालर का हो जाएगा. विश्लेषकों का कहना हे कि भारत में इ-कॉमर्स बाजार इस समय तीन अरब डॉलर मूल्य का है. अगले दो साल में आनलाइन खरीदारों की संख्या 10 करोड होगी जिनमें से लगभग चार करोड महिला ग्राहक होने का अनुमान है.फोरेस्टर कंसलटिंग द्वारा किए गए अनुसंधान के अनुसार लोग सुविधा व अधिक वैरायटी उपलब्ध होने के कारण आनलाइन खरीदारी को वरीयता देते हैं.

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