आरटीओ बंद करने की तैयारी,नितिन गडकरी ने दिये संकेत

नयी दिल्ली: योजना आयोग के खात्मे के एलान के बाद अब केंद्र सरकार आरटीओ में बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है. केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने संकेत दिये हैं कि सरकार आरटीओ की जगह नयी व्यवस्था लाने की तैयारी में है. परिवहन मंत्रालय मोटर वेहिकल एक्ट में बदलाव पर काम कर रहा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 19, 2014 10:28 AM

नयी दिल्ली: योजना आयोग के खात्मे के एलान के बाद अब केंद्र सरकार आरटीओ में बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है. केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने संकेत दिये हैं कि सरकार आरटीओ की जगह नयी व्यवस्था लाने की तैयारी में है. परिवहन मंत्रालय मोटर वेहिकल एक्ट में बदलाव पर काम कर रहा है. मंत्रालय के मुताबिक मोटर वेहिकल एक्ट में बदलाव के बाद आरटीओ का कामकाज खुद-ब-खुद बदल जायेगा. सूत्रों के मुताबिक सरकार का जोर तकनीक के ज्यादा से ज्यादा और बेहतर इस्तेमाल पर है.

साथ ही लाइसेंस बनवाने की प्रक्रि या को आसान बनाया जायेगा.केंद्रीय मंत्री गडकरी ने मंगलवार को बताया कि सरकार संसद के अगले सत्र में मोटर वाहन अधिनियम संशोधन विधेयक पेश करेगी. इसके लागू होने पर देश भर में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों (आरटीओ) में होनेवाली सभी गड़बडि़यां दूर होंगी. गडकरी ने भारतीय सड़क कांग्रेस की बैठक में कहा मोटर वाहन अधिनियम संशोधन विधेयक छह विकसित देशों – अमेरिका, कनाडा, सिंगापुर, जापान, जर्मनी और ब्रिटेन – के कानूनों को देख कर तैयार किया गया है, जिसे संसद के अगले सत्र में पेश किया जायेगा. इससे इस क्षेत्र में आमूल बदलाव होगा और आरटीओ में भ्रष्टाचार दूर होगा.

* आसानी से मिलेगा लाइसेंस : गडकरी ने कहा नये कानून से भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी प्रणाली आयेगी. साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस मिलने भी आसानी होगी और इसका पूरा रिकार्ड होगा. इन आंकड़ों का उपयोग ई-गवर्नेंस के लिए किया जायेगा. विकसित देशों के मौजूदा कानून के आधार पर वाहन डिजाइन और प्रदूषण नियंत्रण के अंतरराष्ट्रीय मानदंड होंगे. उन्होंने कहा ह्यमेरा पक्का भरोसा है कि नये कानून से ई-गवर्नेंस के जरिये आरटीओ में भ्रष्टाचार खत्म होगा.

* क्‍यों सरकार ने लिया फैसला

वर्षों से चली आ रही आरटीओ को बंद करने के पीछे आखिर सरकार की क्‍या मंशा हो सकती है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि मोदी सरकार यह फैसला इस लिए लेने वाली है क्‍योंकि इस विभाग में भ्रष्‍टाचार जड़ तक घुस गयी है. लोगों को लाइसेंस लेने और अन्‍य कामों के लिए दफ्तर के खुब चक्‍कर लगाने होतेहैं,बगैर पैसे के काम नहीं होते हैं. आरटीओ दलालों के सिकंजे में चला गया है.

स्‍वयं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस बात को माना है कि आरटीओ के अंदर भ्रष्‍टाचार बढ़ गयी है. और इसी कारण से अब इसकी जगह कोई दूसरी व्‍यवस्‍था को लाना बहुत जरूरी हो गया है.

* क्‍या काम होता है आरटीओ के अंदर

– आरटीओ में ड्राइविंग लाइसेंस जारी होता है

– गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन होता है

– रोड टैक्स जमा किया जाता है

– व्यवसायिक गाड़ियों के लिए परमिट जारी किया जाता है

– सभी राज्‍यों में है आरटीओ

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