खुदरा मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन के खराब आंकड़ों से फिसल गया बाजार

मुंबई : खुदरा मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन के ताजा आंकड़ों के निराशाजनक रहने तथा चीन में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में तेज वृद्धि के कारण गुरुवार को घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट देखने को मिली. बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 106.11 अंक यानी 0.26 फीसदी गिरकर 41,459.79 अंक पर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 13, 2020 6:14 PM

मुंबई : खुदरा मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन के ताजा आंकड़ों के निराशाजनक रहने तथा चीन में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में तेज वृद्धि के कारण गुरुवार को घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट देखने को मिली. बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 106.11 अंक यानी 0.26 फीसदी गिरकर 41,459.79 अंक पर आ गया. सेंसेक्स में 41,709.30 अंक के उच्चतम स्तर और 41,338.31 अंक के निचले स्तर के बीच उतार-चढ़ाव रहा. इसी तरह, एनएसई का निफ्टी भी 26.55 अंक यानी 0.22 प्रतिशत गिरकर 12,174.65 अंक पर आ गया.

सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील, ओएनजीसी, आईसीआईसीआई बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक में सर्वाधिक गिरावट देखने को मिली. भारतीय स्टेट बैंक, टाइटन, इंफोसिस, सन फार्मा और टेक महिंद्रा में सर्वाधिक तेजी रही. सेंसेक्स की 30 में से 16 कंपनियों में गिरावट रही.

बीएसई के समूहों में बैंक, वित्त और यूटिलिटीज में गिरावट रही, जबकि टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद, सूचना प्रौद्योगिकी और प्रौद्योगिकी में तेजी रही. बीएसई के स्मॉलकैप और मिडकैप ने मुख्य सूचकांक से बेहतर प्रदर्शन किया. सरकार द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर महीने में औद्योगिक उत्पादन में 0.3 फीसदी की गिरावट आयी. खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ने से खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में 68 महीनों के उच्च स्तर 7.59 प्रतिशत पर पहुंच गयी.

चीन में कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ने से एशियाई बाजार गिरावट में बंद हुए. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण दशक में पहली बार किसी तिमाही में वैश्विक कच्चा तेल मांग में गिरावट आने वाली है. इस खबर के बाद ब्रेंट क्रूड का वायदा करीब दो फीसदी गिरकर 55.25 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.

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