पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन का 75 करोड़ डॉलर का अंतरराष्ट्रीय बॉन्ड सूचीबद्ध

नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) का 75 करोड़ डॉलर का अंतरराष्ट्रीय बॉन्ड सोमवार को एनएसई, आईएफएसी गिफ्ट सिटी में सूचीबद्ध हुआ. कंपनी का यह एकमुश्त सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय बॉन्ड निर्गम है. इस मौके पर पीएफसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक राजीव शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि कंपनी का यह […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 27, 2020 4:51 PM

नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) का 75 करोड़ डॉलर का अंतरराष्ट्रीय बॉन्ड सोमवार को एनएसई, आईएफएसी गिफ्ट सिटी में सूचीबद्ध हुआ. कंपनी का यह एकमुश्त सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय बॉन्ड निर्गम है. इस मौके पर पीएफसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक राजीव शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि कंपनी का यह एक बार में पेश किया गया सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय बांड निर्गम है. कुल 75 करोड़ डॉलर के इस बॉन्ड के लिए 2.2 अरब डॉलर की बोली प्राप्त हुई. 10.25 वर्ष की अवधि वाले बांड पर कूपन रेट यानी ब्याज दर 3.95 फीसदी है.

सूचीबद्धता के मौके पर शर्मा ने कहा कि इससे भारत में अंतरराष्ट्रीय बॉन्ड के लिए एक गतिशील और दक्ष बाजार के विकास को बढ़ावा मिलेगा. यह बॉन्ड बाद में इंडिया आईएनएक्स (इंडिया इंटरनेशनल एक्सचेंज) और सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज में भी सूचीबद्ध होगा. कंपनी के अनुसार, उसके बॉन्ड को चार गुना अभिदान मिला है और उसे हर क्षेत्र से बोली मिली है. कुल बोली में 42 फीसदी अभिदान अमेरिकी बाजार से और 41 फीसदी एशियाई बाजारों से तथा 17 फीसदी यूरोपीय बाजारों से प्राप्त हुआ. इस बॉन्ड के बाद पीएफसी का विदेशी मुद्रा में कर्ज 6 अरब डॉलर को पार कर गया है.

शर्मा ने कहा कि जब पिछले साल मार्च में पीएफसी ने आरईसी का अधिग्रहण किया था, उस वक्त निवेशकों, कर्जदाताओं और रेटिंग एजेंसियों ने इसके प्रतिकूल प्रभाव को लेकर गंभीर चिंता जतायी थी, लेकिन कंपनी ने कठिन समय में मजबूती दिखायी और प्रदर्शन मजबूत रहा. कंपनी ने 2018-19 में 68,000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया, जो इससे पिछले साल के मुकाबले 13 फीसदी अधिक है. पीएफसी का सकल एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्ति) 9.39 फीसदी से घटकर 2018-19 में 9.05 फीसदी रहा, जबकि शुद्ध एनपीए 4.61 फीसदी से 4.28 फीसदी रहा.

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