महिला पायलट की सूझबूझ से हवा में बची सैकड़ों जिंदगियां

मुंबई : 7 फरवरी का मुंबई के आसमान पर विस्तारा और एयर इंडिया के विमान आपस में टकराने से बाल-बाल बच गये. 27000 फुट की ऊंचाई पर ये बड़ा हादसा टल गया. दोनों विमानों में कुल 261 यात्री सवार थे. अधिकारियों के अनुसार दोनों विमानों के पायलट की सूझबूझ से ये हादसा टला. आपको बता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 12, 2018 10:27 AM

मुंबई : 7 फरवरी का मुंबई के आसमान पर विस्तारा और एयर इंडिया के विमान आपस में टकराने से बाल-बाल बच गये. 27000 फुट की ऊंचाई पर ये बड़ा हादसा टल गया. दोनों विमानों में कुल 261 यात्री सवार थे. अधिकारियों के अनुसार दोनों विमानों के पायलट की सूझबूझ से ये हादसा टला. आपको बता दें कि दानों विमानों की कमान दो महिला पायलटों के हाथ में थी.

जांच के दौरान यह बात सामने आयी कि एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स (एटीसी) की तरफ से कोऑर्डिनेशन में कुछ दिक्कत हुई थी. महज कुछ सेकेंड में सैकड़ों जिंदगियां काल के गाल में समा जाते, लेकिन विमान की महिला पायलटों ने स्थिति को कुशलता से संभाला. एयर इंडिया की विमान संख्या A-319 मुंबई से भोपाल और विस्तारा की विमान संख्या A-320 दिल्ली से पुणे के लिए उड़ान भर रही थी.

27000 फुट की ऊंचाई पर दोनों विमान एक दूसरे के सामने आ गये. दोनों विमान एक दूसरे की ओर तेजी से बढ़ रहे थे. इसी बीच दोनों विमान की पायलटों ने रास्ता बदला और एक भीषण हादसा होने से बचा लिया. विस्तारा एयरलाइंस के सूत्रों का कहना है कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने पायलट्स को 27,000 फुट की ऊंचाई पर उड़ने को कहा था, उन्होंने गलती से ऐसा नहीं किया.

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एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार, एयर इंडिया के सूत्र से जानकारी मिली कि एयर इंडिया की जो विमान टकराने से बची उसकी कप्तान महिला पायलट अनुपमा कोहली थी. अनुपमा के पिछले 20 साल से विमान उड़ा रही हैं. उनकी गिनती अनुभवी पायलटों में होती है. सूत्र ने बताया कि विस्तारा अपनी निर्धारित ऊंचाई 29000 के लेवल पर और एयर इंडिया की फ्लाइट 27,100 फुट की ऊंचाई पर था. एटीसी और विस्तारा के कॉकपिट में कुछ उलझन की स्थिति बनी और विमान एयर इंडिया के ठीक सामने आ गया.

सूत्र से आगे बताया कि एयर इंडिया की पायलट अनुपमा ने जब विस्तारा विमान को अपनी तरफ बढ़ते देखा तो वे समझ गयीं कि एटीसी के साथ कम्यूनिकेशन में कन्फ्यूजन हुई होगी. उन्हें कॉकपिट से लगातार रेड सिग्नल मिल रहा था. अनुपमा ने ऐसी स्थिति में अपने विमान को दाहिनी ओर मोड़कर विमान के उड़ान की जगह बदल ली. अनुपमा अपने विमान को थोड़ा नीचे भी ले आयीं. इस प्रकार अपने सूझबूझ से सैकड़ों जिंदगियों को बचाने में सफल रहीं.

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