Bihar Political News: वीर चंद्र पटेल मार्ग पर सुबह पौने नौ बजे महागठबंधन के दिग्गज नेताओं का जमावड़ा शुरू हुआ. तेज बदर कट्टू धूप और पुरवैया की तेजी ने नेताओं की परीक्षा लेनी शुरू की. बावजूद सियासी पारा चढ़ता गया. पार्टी के हिसाब से नारेबाजी हो रही थी . ढोल ताशे बज रहे थे. खास बात यह दिखी कि ट्रेड यूनियन की मांगों पर महागठबंधन का मतदाता पुनरीक्षण का मुद्दा हावी रहा. हालांकि महागठबंधन में अभूतपूर्व एकता देखने को मिली. खास बात कि प्रतिरोध मार्च की राह में आने-जाने वालों को कोई खास परेशानी नहीं हुई. हालांकि इस दौरान एक हाथ में झंडा और दूसरे हाथ से सेल्फी का ऐसा दौर शुरू हुआ कि पूरे तीन घंटे चला. गजब की बात यह रही कि कार्यकर्ता सिर्फ नेताओं के साथ ही नहीं ली जा रही थी, कार्यकर्ता अकेले ही खचाखच सेल्फी मारे जा रहे थे. बेशक नेता और कार्यकर्ता पसीने से लथपथ दिखाई दिये.
पप्पू यादव और कन्हैया कुमार को नहीं मिली जगह
करीब सवा दस बजे तेजस्वी यादव अपने सहयोगी नेताओं के साथ पहुंचे. वाम दल के सभी नेता उसी दौरान वहां पहुंचे. 10:30 बजे राहुल गांधी आयकर गोलंबर पहुंचे. फिर सबसे पहले वह एक खास गाड़ी में सवार हुए. इस दौरान तेजस्वी यादव, माकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ,भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव डी राजा, सीपीएम के महासचिव एमए बेबी, मुकेश सहनी के अलावा कांग्रेस और राजद के कई अन्य नेता भी चढ़ गये. तेज धूप में काफी समय से खड़े सांसद पप्पू यादव और कांग्रेस के फायर ब्रांड नेता के रूप में बढ़ाये जा रहे कन्हैया कुमार उस वाहन में जगह नहीं मिली. कन्हैया कुमार चढ़ भी गये थे,लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें उतार दिया. शुरुआत में राहुल गांधी वाहन में तेजस्वी के साथ आगे दिखे,लेकिन बाद में राहुल कुछ पीछे खड़े हो गये. बाकी लोगों को उन्होंने खुद आगे किया. तेज धूप थी. उसका असर साफ दिख रहा था. सबके चेहरे धूप मे लाल हुए जा रहे थे.
भाजपा कार्यालय के समक्ष हुआ प्रदर्शन
10 बज कर 57 मिनट पर नेताओं का वाहन भाजपा के प्रदेश कार्यालय पहुंचा. नारेबाजी तेज हो गयी. इससे पहले ही महागठबंधन के लोगों ने भाजपा कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन शुरू कर दिया था. इसको देखते हुए पुलिस हरकत में आ गयी. उसने वहां सुरक्षा घेरा खड़ा कर दिया. पुलिस का रुख समझते हुए कार्यकर्ता वहां से आगे बढ़ गये. सप्तमूर्ति चौराहे पर काफिला करीब सवा 11 बजे पहुंचा. हालांकि शीर्ष नेताओं का साढ़े 11 बजे पहुंचा. इस दौरान महागठबंधन कार्यकर्ताओं ने पुलिस की बेरीकेटिंग के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया. कुछ नेता और राजद की महिला नेता बेरीकेटिंग पर लटकी दिखाई दी. अन्य दलों के कुछ कार्यकर्ता बेरीकेट पर चढ़ गये. पुलिस ने उन्हें उतारा नहीं. पर बता दिया कि इस ओर आने की कोशिश नहीं की . बाद में कुछ जोर दिखाया तो डंडा धारी पुलिस आ गयी. इसके बाद मामला शांत हो गया. फिर सभी कार्यकर्ताओं ने अपने नेताओं के भाषण सुने और चुपचाप घर लौट गये.
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खास बात
आर ब्लॉक महागठबंधन नेताओं का काफिला निकल रहा था. फुटपाथ पर कुछ बीमार से दिख रहे लोग पड़े हुए थे. शोर हुआ. वह वहीं बैठ गये. काफिला गुजर गया. फिर वह वहीं लेट गये. सियासत में यथार्थ की कुछ और भी झलक देखी गयी.