Video: पटना में कांग्रेस का सड़कों पर प्रदर्शन, जानिए क्यों लगे जमीन चोर, गद्दी छोड़ जैसे नारे?
Bihar Politics: पटना में कांग्रेस ने गुरुवार को नीतीश सरकार के खिलाफ सड़कों पर मोर्चा खोल दिया. भागलपुर की 1,050 एकड़ जमीन और 10 लाख पेड़ अडाणी समूह को सौंपने के आरोप लगाते हुए नेताओं ने “जमीन चोर, गद्दी छोड़” के नारे लगाए और मुख्यमंत्री आवास घेराव का ऐलान किया.
Bihar Politics: पटना की सियासी फिजा गुरुवार (18 सितंबर) को कांग्रेस के विरोध मार्च से गरमा गई है. सदाकत आश्रम से राजेंद्र बाबू की समाधि, बांसघाट तक निकले इस मार्च में कांग्रेस नेताओं ने “जमीन चोर, गद्दी छोड़” जैसे नारे लगाए और नीतीश कुमार सरकार पर बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने का गंभीर आरोप लगाया.
मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे कांग्रेस कार्यकर्ता
कांग्रेस का कहना है कि सरकार ने भागलपुर में 1,050 एकड़ जमीन और करीब 10 लाख पेड़ अडाणी समूह को महज 1 रुपये सालाना लीज़ पर सौंप दिए हैं. पार्टी नेताओं ने इसे किसानों और पर्यावरण के साथ धोखा करार दिया. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने ऐलान किया कि यह आंदोलन यहीं नहीं रुकेगा, बल्कि मुख्यमंत्री आवास के घेराव तक जारी रहेगा.
हालांकि, पुलिस प्रशासन पहले से अलर्ट दिखा. राजापुल पर कड़ी बैरिकेडिंग कर दी गई और सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. माना जा रहा है कि प्रशासन द्वारा कांग्रेस नेताओं को यहीं रोकने की तैयारी की गई है.
विरोध मार्च में शामिल हुए कई दिग्गज नेता
इस विरोध मार्च में बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू, प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान और विधान परिषद में कांग्रेस दल के नेता डॉ. मदन मोहन झा समेत कई दिग्गज नेता शामिल हैं.
कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पीएम मोदी पर लगाया आरोप
कांग्रेस का यह हमला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बिहार दौरे से भी जुड़ा है. 15 सितंबर को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा था कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर अडाणी समूह को फायदा पहुंचा रही हैं. उनका आरोप था कि बिहार में उद्योगपतियों के लिए किसानों की जमीन जबरन छीनी जा रही है और विरोध को दबाने के लिए किसानों को नजरबंद तक किया गया.
खेड़ा ने कहा था, “वोट चोरी की तैयारी तो पहले ही हो चुकी है, अब जाते-जाते पूरी जमीन और संसाधन अडाणी को सौंपे जा रहे हैं. प्रधानमंत्री उसी प्लांट का शिलान्यास करने बिहार पहुंचे थे.”
इस मुद्दे को बड़े पैमाने पर उठाएगी कांग्रेस
कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में वह इस मुद्दे को बड़े पैमाने पर उठाएगी. पार्टी का मानना है कि यह सिर्फ जमीन या उद्योग का मामला नहीं, बल्कि किसानों की रोज़ी-रोटी और बिहार की प्राकृतिक संपदा से जुड़ा सवाल है.
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