Tefi Robotic Dog कैसे करता है काम
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि इस समय टेफी रोबोटिक डॉग को डिमेंशिया और दृष्टि बाधित मरीजों की मदद करने के लिए तैयार किया जा रहा है. यह रोबोट इधर-उधर घूमने के लिए Google Maps का इस्तेमाल करता है. कंपनी ने इस रोबोट के आंखों की जगह पर कैमरे का इस्तेमाल किया है साथ ही इस कैमरे को रोबोट के मशीन लर्निंग सिस्टम से भी जोड़ा गया है. इस सिस्टम से जोड़े जाने की वजह से इस रोबोट को किसी भी मनुष्य और धातु के बीच अन्तर का पता लगाने में मदद करता है. बता दें यह रोबोट अपने मालिक से स्पीच के जरिये कम्यूनिकेट भी कर सकता है. Tefi रोबोटिक डॉग को ट्रैफिक लाइट्स का भी भली-भांति से ज्ञान है और यह उन्हें पढ़ भी सकता है. इस रोबोट में इस्तेमाल किये गए कैमरे इतने कारगर हैं कि यह QR कोड्स को भी स्कैन कर सकता है.
कई तरह से कारगर साबित होगा यह रोबोट
इस रोबोट को बनाने वाली कंपनी का मानना है कि एक बार यह पूरी तरह से तैयार हो जाए तो यह बिना किसी परेशानी के डिमेंशिया और दृष्टि बाधित मरीजों की मदद कर सकेगा. यह रोबोट हमेशा इंटरनेट से कनेक्टेड रहेगा और आसानी से इसके मालिक द्वारा कैलेंडर में सेव किये गए अपॉइंटमेन्ट्स को भी पढ़ सकेगा. इस टेक्नोलॉजी की मदद से यह रोबोट अपने मालिक को सही समय पर डॉक्टर के पास पहुंचा सकेगा. आपको शायद यह जानकार आश्चर्य हो कि यह रोबोट आपके लिए टैक्सी भी बुक कर सकता है.
CSIC ने हासिल की यह कामयाबी
स्पेन की हायर काउंसिल फॉर साइंटिफिक रिसर्च (CSIC) ने रोबोट डॉग्स की एक नई नस्ल बनाने में कामयाबी हासिल की है. इस चार-पैर वाले टर्मिनल को टेफी कहा जाता है – ITFI के सम्मान में, वह संस्थान जहां इसका जन्म हुआ था- और यह कृत्रिम बुद्धि से सुसज्जित है जो विकलांग लोगों के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में काम कर सकता है. बता दें Tefi Robotic Dog अभी भी डेवलपमेंट के फेज में ही है और इसे पूरी तरह से तैयार होने में अभी भी कुछ समय लगने वाला है. इस रोबोट डॉग को बनाने वाले क्रिएटर्स का कहना है कि इसे और भी सेंसर्स जोड़कर आधुनिक बनाया जाने वाला है. कंपनी की अगर मानें तो इन सेंसर्स के जोड़े जाने के बाद यह अपने मालिक के हाई ब्लड प्रेशर तक को मॉनिटर कर सकेगा और उन्हें सचेत भी कर सकेगा. इस रोबोट डॉग की काबिलियत का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि यह घर पर गैस लीकेज की जानकारी भी अपने मालिक को दे सकेगा.