बिहार : जानिए किसने कहा, नीतीश गढ़ रहे राजनीति की नयी परिभाषा

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में राजनीति की नयी और बड़ी परिभाषा गढ़ी जा रही है. महिलाओं के उत्थान के लिए मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक काम किये हैं और राजनीति में जब मुद्दों की प्राथमिकता होती है, तब राजनीति करवट लेने लगती है और नीतीश कुमार हमेशा मुद्दों की बात करते हैं. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 12, 2017 6:56 AM
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में राजनीति की नयी और बड़ी परिभाषा गढ़ी जा रही है. महिलाओं के उत्थान के लिए मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक काम किये हैं और राजनीति में जब मुद्दों की प्राथमिकता होती है, तब राजनीति करवट लेने लगती है और नीतीश कुमार हमेशा मुद्दों की बात करते हैं. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने सोमवार को जदयू के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देते हुए इसकी जानकारी दी. 1, अणे मार्ग के नेक संवाद कक्ष में जदयू के 22 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दसवें दिन मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नवादा और बाढ़ से आये लगभग 1000 कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया.
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विपक्ष वैचारिक दिवालियापन का शिकार हो गया है. उन्होंने विपक्ष को चुनौती दी कि बिहार में नीतीश कुमार की वैचारिक लाइन से बड़ी लाईन खींच कर दिखाये. उन्होंने कहा कि जदयू का हर एक कार्यकर्ता अगर महिलाओं को आगे बढ़ाने के काम में जुट जाये तो इन मुद्दों को लेकर पूरे देश में आवाज बुलंद होने लगेगी और एक बड़ा व सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा. वर्तमान को लेकर भविष्य की तस्वीर केवल बिहार में तैयार हो रही है.
कार्यकर्ता सम्मेलन में सामाजिक सद्भाव पर विधान पार्षद रामवचन राय, मानव-संसाधन विकास के विभिन्न पहलुओं पर को-ऑर्डिनेटर सुनील कुमार, चुनाव प्रबंधन पर विधान पार्षद प्रो रणवीर नंदन और बिजली में हुए विकास पर विधान पार्षद सह प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी टिप्स दिये. प्रशिक्षण शिविर में विधान पार्षद संजय कुमार सिंह, विधान पार्षद उपेंद्र प्रसाद, विधायक अभय कुशवाहा, विधायक रणधीर कुमार सोनी आदि मौजूद थे.
महिलाओं के लिए ‘बेटर हाफ’ को नीतीश कुमार ने बनाया सार्थक : आरसीपी सिंह
प्रशिक्षण शिविर में जदयू के राष्ट्रीय महासचिव सह सांसद आरसीपी सिंह ने कहा कि महिलाओं के लिए ‘बेटर हाफ’ को अगर सही मायने में कहीं सार्थकता मिली है तो नीतीश कुमार के कामों से मिली है. वहीं, बाकी नेताओं की सोच परिवार तक सीमित रहती है. हमारे नेता अगली पीढ़ी के लिए सोचते हैं. लड़कियों के लिए साइकिल योजना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सोचते बहुत लोग हैं, मौका बहुत कम लोगों को मिलता है, लेकिन करता कोई-कोई है.
नीतीश कुमार उन्हीं बिरले लोगों में हैं जो कहे को पूरा करके दिखाते हैं. आरसीपी सिंह ने कहा कि पार्टी बदल रहे समय को देखते हुए कई बदलावों पर काम कर रही है और हम तकनीक में भी किसी से पीछे नहीं रहेंगे. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि हमें जल्द ही 50 लाख सदस्यों का लक्ष्य हासिल करना है.

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