छत्रपति शिवाजी महाराज की 344वीं पुण्यतिथि पर जानें उनसे जुड़ी कुछ रोचक बातें
छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1630 को पुणे में जीजाबाई और शाहजी भोंसले के घर हुआ था.
दुनियाभर में शिवाजी महाराज का नाम एक बेहद वीर योद्धा और तेज दिमाग वाले व्यक्ति के तौर पर लिया जाता है.
बहुत कम उम्र से ही छत्रपति शिवाजी महाराज ने मिलिट्री ट्रेनिंग प्राप्त किया और 1674 में उन्होंने पश्चिमी भारत में मराठा साम्राज्य की स्थापना की.
गंभीर बुखार और पेचिश से पीड़ित होने के बाद 3 अप्रैल 1680 को उनका निधन हो गया. आज उनका 344वीं पुण्यतिथि है.
कई लोग मानते हैं कि भगवान शिव ने छत्रपति शिवाजी को नाम दिया था. लेकिन, जानकार मानते हैं कि उनका नाम स्थानीय देवता शिवई के नाम पर रखा गया था.
छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपने जीते-जी महिलाओं के अधिकारों का पुरजोर समर्थन किया.
छत्रपति शिवाजी महाराज की मराठा नौसेना का पहला नौसैनिक अभियान 1665 में हुआ था.
गुरिल्ला युद्ध में कुशल, छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपनी रणनीति के लिए 'पहाड़ी चूहा' नाम अर्जित किया.
गुरिल्ला रणनीति के बारे में उनके ज्ञान ने उन्हें छोटी सेना का नेतृत्व करने के बावजूद किलों पर जल्दी से कब्जा करने और अपने क्षेत्र का विस्तार करने में सक्षम बना.
छत्रपति शिवाजी महाराज ने दादाजी कोंडदेव से युद्ध कौशल सीखा. वह पुणे जागीर का प्रशासक था.