चक्रवात ‘रेमल’ भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है. यह रविवार रात तक पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच पहुंच सकता है.

यह चक्रवाती तूफान मॉनसून से पहले के सीजन में बंगाल की खाड़ी में आने वाला पहला चक्रवात है.

भारत मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, इसके और गंभीर होकर सागर द्वीप और खेपुपारा के बीच पश्चिम बंगाल और निकटवर्ती बांग्लादेशी तटों को आधी रात को पार करने का अनुमान है.

अनुमान है कि इस दौरान 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और उनका वेग 135 किलोमीटर प्रति घंटे तक होगा.

मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में रविवार को बहुत भारी बारिश होने चेतावनी जारी की है.

पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भी 27-28 मई को अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है.

बंगाल में चक्रवात रेमल का असर नजर आने लगा है. NDRF की 12 टीमें तैनात की गई है जबकि 5 अतिरिक्त टीमें स्टैंडबाय पर हैं. 

झारखंड में भी ‘रेमल’ का असर देखने को मिल सकता है. हालांकि, मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पूरे झारखंड में इसका असर नहीं रहेगा.