इसलामाबाद : पाकिस्तान के शीर्षस्थ पत्रकार हामिद मीर की हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही है. अमेरिका ने हामिद मीर पर हुए हमले की निंदा की है. अभी तक हमलावरों का पता नहीं चल पाया है. यह हमला उस वक्त हुआ, जब मीर कराची हवाई अड्डे से निकल कर अपने दफ्तर जा रहे थे. इस बीच, प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हमले की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन का फैसला किया है. प्रधानमंत्री ने हमला करने वालों की सुराग देनेवाले को एक करोड़ रुपये का ईनाम देने का भी एलान किया है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने देश के जानेमाने पत्रकार हामिद मीर पर कल हुए जानलेवा हमले की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन का फैसला किया है. प्रधानमंत्री ने हामिद पर हमला करने वालों की गिरफ्तारी से जुडा सुराग देने वाले को एक करोड रुपए का ईनाम देने का भी ऐलान किया है.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से एक औपचारिक अनुरोध किया जाएगा कि वह आयोग के तीन सदस्यों को नामित करें.पाकिस्तानी तालिबान सहित अलग-अलग तबकों की तरफ से दी जा रही धमकियों का सामना कर रहे 47 साल के हामिद को कराची में कल चार अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मार दी थी.
हामिद कल जब कराची हवाई अड्डे से निकलकर अपने दफ्तर की तरफ जा रहे थे तो नत्था खान पुल के पास उन्हें तीन गोलियां मारी गईं. हमले के बाद हामिद को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां तीन घंटे से भी ज्यादा समय तक उनका ऑपरेश हुआ. अस्पताल में हामिद की हालत का जायजा लेने के लिए गए सूचना मंत्री परवेज राशिद ने कहा कि सरकार देश में लोकतांत्रिक संस्कृति को मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है.
राशिद ने कहा कि हामिद पर हमले की जांच की जिम्मेदारी सिंध सरकार पर है. बहरहाल, उन्होंने कहा कि संघीय सरकार इस मामले की जांच में प्रांतीय सरकार को पूरा समर्थन देगी. हामिद के भाई आमिर मीर ने अपने भाई पर हमले के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ‘‘आईएसआई के तत्वों’’ को जिम्मेदार करार दिया है. हालांकि, सेना ने इस आरोप को खारिज किया है.