दोस्त को पीठ पर टांग घूमा रहे देश-दुनिया

4 फ्रेंडशिप केवन चैंडलर स्पाइनल मस्क्यूलर एट्रोपी से पीड़ित हैं, फिर भी वह अपने कुछ मित्रों की मदद से दुनियाभर की यात्रा करने का अपना सपना पूरा कर रहे हैं. के वन चैंडलर और उनके दोस्त मिलकर एक ग्रुप चलाते हैं, इस ग्रुप का नाम है ‘वी कैरी केवन’. ग्रुप का एक ही सिद्धांत है […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 17, 2018 11:39 PM

4 फ्रेंडशिप

केवन चैंडलर स्पाइनल मस्क्यूलर एट्रोपी से पीड़ित हैं, फिर भी वह अपने कुछ मित्रों की मदद से दुनियाभर की यात्रा करने का अपना सपना पूरा कर रहे हैं.
के वन चैंडलर और उनके दोस्त मिलकर एक ग्रुप चलाते हैं, इस ग्रुप का नाम है ‘वी कैरी केवन’. ग्रुप का एक ही सिद्धांत है – असंभव को संभव बनाना. स्पाइनल मस्क्यूलर एट्रोपी से पीड़ित होने के कारण केवन हमेशा के लिए एक व्हील चेयर पर आश्रित हैं, लेकिन उनका सपना है-
दूर-दराज के देशों में घूमने का. उनके इस सपने को पूरा करने का बीड़ा उठाया उनके दोस्तों ने. ग्रुप में केवन के अलावे चार लोग हैं. वे केवन को अपनी पीठ पर बैठाकर उनके मनपसंद जगहों पर घुमाते हैं. अभी तक ये लोग पूरा यूरोप घूम चुके हैं और जल्द ही चीन के लिए रवाना होने वाले हैं.
अपनी बीमारी को लेकर केवन जरा भी हतोत्साहित नहीं होते, बल्कि पूरी ऊर्जा के साथ कहते हैं कि मुझे कोई कमी महसूस नहीं होती, न ही मैं इसे बुरा मानता हूं. यह एक गलत धारणा है. भले ही मैं चल नहीं सकता, लेकिन मेरे साथ व्हीलचेयर तो है, मैं घूम सकता हूं, कहीं भी आ जा सकता हूं. इस पर भी सबसे बड़ी बात कि मेरे पास ऐसे दोस्त हैं जो मुझे कभी अकेले नहीं होने देते. मुझे लगता है कि अगर मुझे यह बीमारी नहीं होती तो मुझे ऐसे दोस्त नहीं मिले होते.
ग्रुप के बारे बताते हुए केवन कहते हैं कि हमारा लक्ष्य लोगों तक पहुंच को विकसित करना है. हम नहीं चाहते कि हमारे लिए अलग से रैंप बनाये जाएं, स्वचालित दरवाजे और लिफ्ट विकसित किये जायें, बस इतना हो कि लोग खुद ही एक-दूसरे की सहायता के लिए आगे आएं.

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