नाबालिग की क्रूरता: पढ़ाई के लिए डांटा तो मां-बहन को मार डाला
एक तरफ समाज डिजिटल दौर में जा रहा है, दूसरी तरफ कुंठा और क्राेध ने कम उम्र में ही लोगों को तन्हा कर दिया है. नोएडा जैसी घटना तो यही बयां कर रही है. 15 साल के छात्र पर मनमर्जी इस कदर हावी हुआ कि पढ़ाई के लिए मां का टोकना उसे अच्छा नहीं लगा. […]
एक तरफ समाज डिजिटल दौर में जा रहा है, दूसरी तरफ कुंठा और क्राेध ने कम उम्र में ही लोगों को तन्हा कर दिया है. नोएडा जैसी घटना तो यही बयां कर रही है. 15 साल के छात्र पर मनमर्जी इस कदर हावी हुआ कि पढ़ाई के लिए मां का टोकना उसे अच्छा नहीं लगा. बैट से पीट-पीट कर मां के साथ बहन की भी जान ले ली. पढ़ें यह रिपोर्ट.
नयी दिल्ली : उस मां को क्या पता जिस जिगर के टुकड़े से उसने नौ माह तक अपनी कोख में हर सुख-दुख का साझीदार बनाया, वह ही उसकी जान ले लेगा. शायद उस बहन को भी नहीं पता था, जो अपनी रक्षा के लिए भाई के कलाई पर राखी बांधती थी, वह ही भक्षक बन जायेगा. आधुनिक समाज में मां-बेटे, भाई-बहन के रिश्तों के तार-तार होने की दुखद घटना नोएडा में घटी.
चार दिसंबर को घटी इस घटना से पर्दा नाबालिग आरोपी के बनारस में गिरफ्तार होने के बाद उठा. आरोपी 10 वीं का छात्र है. पढ़ाई पर ध्यान नहीं देने के कारण अक्सर मां और परिवार के अन्य सदस्य उसे डांटते थे. उसे यह भी महसूस होता था कि बहन को मां ज्यादा प्यार करती है. आरोपी लड़के ने पुलिस पूछताछ में गुनाह कबूल किया है. उसकी पेशी अब जुवेनाइल कोर्ट में होगी.
पुलिस के मुताबिक, नाबालिग लड़के ने बताया कि उसने घटना वाली रात पहले अपनी मां पर बैट से हमला किया और बहन जग गयी तो उसको भी मारा. तसल्ली करने के लिए बैट के बाद उसने कैंची और पिज्जा कटर से भी दोनों पर वार किया. किशोर बहन को परिवार के सदस्यों से मिल रहे अधिक प्यार और खुद को मिल रहे रोजाना फटकार से वह बेहद में गुस्से में रहा था और कुंठित भी हो गया था. पूछताछ में उसने जो बताया वह चौंकाने वाला और सोचने को मजबूर करनेवाला है. घटना वाले दिन पढ़ाई को लेकर मां ने उसकी पिटाई की थी. वह उसी को लेकर गुस्से में था. रात के नौ से साढ़े नौ बजे के बीच उसने सबसे पहले मां पर अटैक किया. उसे लगा कि उसकी बहन उठ गयी है, तो उसने उसपर भी हमला कर दिया.’
इसके बाद उसने कपड़े बदले और रात 11:15 बजे के करीब कुछ पैसे बैग में भर कर वह टैक्सी से दिल्ली के लिए निकला. दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ट्रेन लेकर वह लुधियाना पहुंचा और दूसरी ट्रेन से चंडीगढ़ गया और वहां बस पर बैठ कर शिमला गया. शिमला में दोबारा बस में बैठ कर चंडीगढ़ पहुंचा. वहां से ट्रेन से वह रांची पहुंचा. फिर रांची से दिल्ली आनेवाली ट्रेन पर बैठ कर वह मुगलसराय में उतर गया. यहां उसने राह चलते किसी व्यक्ति से फोन लेकर अपने पिता को कॉल किया.
क्राइम वीडियो गेम की थी लत
पहले बिसरख पुलिस ने दावा किया था कि किशोर हाइस्कूल गैंगस्टर क्राइम वीडियो गेम खेलता था, जिसका विरोध माता-पिता ने किया था. उसके बाद सितंबर में उससे मोबाइल छीन लिया गया था. इसके बाद ही उसने हत्या काे अंजाम दिया, लेकिन अब स्पष्ट हो गया है कि ऐसा नहीं है. यह गेम वेगास क्राइम सिटी व अमेरिकन हाइस्कूल गैंग की कहानी है. इसका मुख्य किरदार जैक है, जो एक बुरा बच्चा है. जैक गैंग का नेतृत्व करता है.वह साथियों के टिफिन से खाना, बैग और रात में एग्जाम पेपर चोरी करता है. इस गेम में बताया जाता है कि अपने दुश्मनों से कैसे परास्त किया जाये. इसमें मुख्य किरदार विरोध करने वाले की हत्या कर देता है.
बड़ा सवाल
पिता को समझ में नहीं आ रहा क्या किया जाये, न समाज स्वीकार करेगा, न ही स्कूलों में दाखिला मिल सकेगा.