दुनिया के कई देशों में भारत के रंगोत्सव यानी होली से मिलते-जुलते त्योहार मनाये जाते हैं. ऐसे ही कुछ त्योहारों की तसवीर, जहां रंग खुशियां बांटने का जरिया बनते हैं..
रंग, रोशनी और अग्नि हमारे उत्सवों का अहम हिस्सा रहे हैं. दुनिया के लगभग हर हिस्से में कोई न कोई ऐसा त्योहार जरूर मनाया जाता है, जिसमें रंग खेलने की परंपरा है या जिसे मनाने का तरीका बिल्कुल वैसा ही है, जैसे भारत में होली मनायी जाती है. दक्षिण अफ्रीका, ब्रिटेन, अमेरिका, सूरीनाम, फिजी सहित दुनिया के उन सभी देशों में जहां अब बड़े पैमाने पर भारतीय रहते हैं, वहां तो भारत की ही तरह होली मनायी जाती है. लेकिन भारतीयों द्वारा मनायी जानेवाली होली से इतर भी कई देशों में इससे मिलता-जुलता त्योहार मनाया जाता है. कुछ ऐसे देशों की तसवीर, जहां रंग खुशियां बांटने का जरिया बनते हैं.
नेपाल का फागु
भारत के हिमाचल में एक खूबसूरत सी जगह का नाम है फागु. लेकिन पड़ोसी देश नेपाल में फागु त्योहार है होली का. नेपाल में होली भारत की तरह ही फागुन महीने में पूर्णिमा को मनायी जाती है. यहां भी रंग-गुलाल लगाने की परंपरा है. लेकिन नेपाल में होली के अवसर पर काठमांडू में एक सप्ताह के लिए प्राचीन दरबार और नारायणहिटी दरबार में बांस का स्तंभ गाड़ कर आधिकारिक रूप से होली के आगमन की सूचना दी जाती है.
जापान का फुकागावा
जापान में भारत की होली से मिलता-जुलता त्योहार मनाया जाता है ‘फुकागावा हचिमन’ फेस्टिवल. हर तीन साल में अगस्त में मनाये जानेवाले इस उत्सव में लोग एक दूसरे को पानी की बौछारों से सराबोर कर देते हैं. इस उत्सव में शामिल होने के लिए दुनिया भर से तकरीबन 30 हजार लोग जापान पहुंचते हैं.
न्यूजीलैंड का वानाका
न्यूजीलैंड के शहरों में हर साल रंगीला त्योहार मनाया जाता है. इसे रंगों की कलात्मकता का उत्सव कहा जा सकता है. इसमें शहर के किसी खुले स्थान या पार्क में बच्चे, बूढ़े और जवान एक होते हैं और अपने या दूसरों के शरीर पर पेंटिंग करते हैं या फिर रंगों से सजी कई अलग ढंग की कलाकृतियां बनाते हैं. सबसे अच्छे आर्ट को पुरस्कृत भी किया जाता है. रंग और कूची के साथ लोगों के मन का उत्साह पूरे माहौल को रंगीन बना देता है. दिन चित्र बनाते बीतता है और रात में नाच-गाने का कार्यक्रम होता है. यह उत्सव पूरे 6 दिनों तक चलता है. इस दौरान लोग खूब धमाल करते हैं.
साउथ कोरिया का बरेयग मड
भारत के गांव में लोग आज भी रंग ही नहीं, कीचड़ से भी होली खेलते दिख जायेंगे. वहीं साउथ कोरिया का बरेयग मड पूरी तरह मिट्टी से खेलने का ही त्योहार है. साउथ कोरिया के तटीय शहर बरेयग की मिट्टी खनिज-लवण से भरपूर होती है और त्वचा के लिए लाभकारी भी. लोग बरेयग की मिट्टी टेशोन बीच पर ले जाते हैं और उसे अपने शरीर पर मलते हैं. जुलाई मध्य में मनाये जानेवाले इस उत्सव में लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिल कर मिट्टी से खेलते हैं.
चीन में च्वेजे
भारत के पड़ोसी देश चीन में मनाया जानेवाला च्वेजे त्योहार भारतीय होली का ही एक रूप कहा जा सकता है. लेकिन होली त्योहार जहां एक दिन के उत्सव में सिमट गया है, वहीं चीन में च्वेजे पंद्रह दिनों तक मनाया जाता है. इस त्योहार में लोग आग जला कर उसकी पूजा करते हैं और अगले दिन एक-दूसरे से गले मिल कर शुभकामनाएं देते हैं और एक दूसरे पर रंग डालते हैं.
थाइलैंड में सांगकान
थाइलैंड में अप्रैल में मनाया जानेवाला सांगकान उत्सव में भी रंग शामिल हैं. इस दिन लोग सुबह भगवान बुद्ध की पूजा करते हैं और इसके बाद अपने रिश्तेदारों तथा मित्रों के घर जाकर एक दूसरे पर रंग डालते हैं. थाइलैंड के लोग इस पर्व पर मठों मे जाकर गरीबों को दान भी देते हैं.