झारखंड :कहां मिल रहा है न्याय, प्रताड़ित हो रही आधी आबादी
रांची:झारखंड में पिछले 10 साल (2003 से 2012 के बीच) 9031 महिलाएं दुष्कर्म की शिकार हुई हैं. महिलाओं के साथ दूसरी तरह की ज्यादतियां भी हुईं. आंकड़ों पर गौर करें, तो वर्ष 2011 में झारखंड में 3132 और वर्ष 2012 में 4536 महिलाओं के साथ दूसरे तरह की ज्यादतियां हुईं. स्कूलों-कॉलेजों, पार्को व सड़कों पर महिलाओं को हर रोज गलत नजरों का सामना करना पड़ता है. पीड़ित महिलाएं हर तबके की होती हैं. राजनीतिक दलों के नेता भी इन्हीं घरों से आते हैं, लेकिन महिला अत्याचार कभी चुनावी मुद्दा नहीं बनता है. कोई राजनेता इस मामले को चुनाव का मुद्दा नहीं बनाता है. कोई भी यह वादा नहीं करता है कि उनके जीतने के बाद महिलाओं के खिलाफ अत्याचार रोकने की कोशिश की जायेगी.