अमरीका अपना अगला राष्ट्रपति चुनने के बेहद क़रीब खड़ा है और इस बार उसके पास इतिहास रचने का मौक़ा है. इतिहास पहली महिला राष्ट्रपति चुनने का.
लेकिन ऐसा नहीं है कि हिलेरी क्लिंटन दुनिया के इस सम्मानजनक पद के क़रीब पहुंची पहली महिला हैं.
आज से क़रीब 40 बरस पहले एक महिला कई मायनों में इतिहास रचने के बेहद क़रीब खड़ी थी, लेकिन क़िस्मत ने उनका साथ नहीं दिया.
शर्ली चिज़म, एक ऐसा नाम है जो अमेरिका के इतिहास में ख़ास जगह रखता है, हालांकि उसका ज़्यादा ज़िक्र नहीं होता.
साल 1968 में शर्ली अमरीकी कांग्रेस के लिए चुनी गई पहली अफ़्रीकी-अमेरिकी महिला बनी थीं. 1969 से 1983 के बीच उन्होंने न्यूयॉर्क की नुमाइंदगी की.
साल 1972 में वो अमरीका के राष्ट्रपति पद के लिए किसी भी बड़े राजनीतिक दल से नामांकन हासिल करने वालीं पहली काली मूल की उम्मीदवार बनीं. साथ ही वो डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति की उम्मीदवारी की दौड़ में हिस्सा लेने वाली पहली महिला भी थीं.
2015 में उन्हें मरणोपरांत प्रेज़िडेंशियल मेडल ऑफ़ फ़्रीडम से नवाज़ा गया.