बढ़ती इंसानी गतिविधियों के कारण 1970 के बाद से अब तक दुनिया भर में जंगली जानवरों की संख्या में 58 फीसदी की कमी आई है.
यह रिपोर्ट पर्यावरण समूह डब्ल्यूडब्ल्यूएफ़ और लंदन की जूलॉजिकल सोसायटी (ज़ेएसएल) ने मिलकर जारी की है.
ज़ेएसएल की नई रिपोर्ट ‘लिविंग प्लैनेट’ रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि यदि ये सिलसिला यूं ही जारी रहा तो वो जैव विविधता खत्म हो जाएगी जिसपर सबका जीवन टिका हुआ है.
शोध विज्ञानियों ने रिपोर्ट तैयार करने के लिए अपनी शोध में पक्षी, मछली, स्तनधारी, उभयचर और सरीसृप की अलग अलग करीब चार हजार प्रजातियों को शामिल किया.
रिपोर्ट में पाया गया है कि इंसानों की आबादी पिछले पचास सालों में दोगुनी हुई है. इसका असर पृथ्वी के अन्य जंतुओं पर पड़ रहा है.
यह रिपोर्ट हर दो साल पर जारी होती है. रिपोर्ट के अनुसार अफ्रीकी हाथी जैसी प्रजातियों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है और इस प्रजाति के हाथियों की संख्या में पिछले दस साल में एक तिहाई गिरावट आई है.
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