ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में सोमवार रात को आग लगने से 19 लोगों की मौत हो गई है और 100 से ज़्यादा लोग अब भी अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं.
ओडिशा की स्वास्थ्य सचिव आरती अहूजा ने पत्रकारों को बताया कि 19 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और विभिन्न निजी और सरकारी अस्पतालों में जो लोग भर्ती हैं, उनमें से छह की हालत गंभीर है.
इससे पहले अस्पताल के सूत्रों ने इस हादसें में 22 लोगों के मारे जाने की बात कही थी.
सरकार ने जांच की ज़िम्मेदारी रेविन्यू डिविज़नल कमीशनर डॉक्टर एबी ओटा को सौंपी है. उनका कहना था कि प्रारंभिक जांच से प्रतीत होता है कि शॉर्ट सर्किट से ये हादसा हुआ, लेकिन विस्तृत जांच से ही पता चलेगा कि अस्पताल की ओर से चूक हुई या नहीं.
उन्हें अपनी जांच रिपोर्ट 15 दिन में सौंपने को कहा गया है.
सूत्रों ने ये जानकारी दी थी कि आग की शुरुआत निजी अस्पताल के डायलिसिस वार्ड से हुई जो धीरे-धीरे फैल गई.
आग ने अस्पताल के आईसीयू वार्ड को भी चपेट में ले लिया जिसके बाद मरीज़ों को आनन-फ़ानन में बाहर निकाला गया.
कैपिटल अस्पताल उन सरकारी अस्पतालों में से एक है जहां कई मरीज़ों को ले जाया गया.
इनमें से 14 मरीजों ने सरकारी अस्पताल पहुंचने के दौरान दम तोड़ दिया. कुछ मरीज़ों को इलाज के लिए कटक भी भेजा गया है.
… ताकि आगे से ऐसा न हो
इस हादसे अपनी मां को खो चुके फणींद्र दास का मानना है कि यह एक बुरा हादसा है और इस हादसे में किसी पर दोष नहीं लगाया जाना चाहिए.
फणींद्र के अनुसार,’ ये तो हादसा है. क्या करें, मैं किसी को दोष नहीं देता हूं. किसी को जिम्मेदार नहीं मानता हूं. लेकिन अस्पताल को इस तरफ ध्यान देना चाहिए ताकि आगे ऐसा न हो.’
इस हादसे के समय दुर्घटना स्थल पर मौजूद के. रमेश के मुताबिक,’हम लोग देर रात से यहां हैं लेकिन अभी तक पोस्टमार्टम शुरू भी नहीं हुआ है लेकिन टीवी पर दिखाया जा रहा है कि आठ शवों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है.’
रमेश ने बताया कि,’यहां हमें पोलीथीन और कांच लेकर आने के लिए कहा जा रहा है. लेकिन सारी दुकान बंद हैं और हमें कुछ नहीं मिल रहा. उनसे गुहार लगाने के बाद भी ये कह रहे कि ये सब चीज़े हमें लानी पड़ेंगी. कलेक्टर कह रहे हैं कि सब चीज़ों का इंतज़ाम किया गया है.अभी तक डॉक्टर पहुंचे नहीं हैं.उनके आने के बाद भी ही कुछ होगा.’
देर रात तक कई मरीज़ों के हैरान परेशान परिजन अपनों की तलाश में एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भटक रहे थे.
इनकी मदद के लिए ओडिशा सरकार ने एक टोलफ्री नंबर जारी किया है – 9439991226.
दमकल की सात गाड़ियों की मदद के आग पर काबू पा लिया गया.
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक कैपिटल अस्पताल में भर्ती कराए गए मरीज़ों को देखने भी पहुंचे जहां उन्होंने घटना की जांच के आदेश दिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट करके इस घटना पर शोक जताया है.
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