रियो डि जिनेरियो : रियो खेलों में मेजबान देश ब्राजील के लिए पहले स्वर्ण पदक का इंतजार खत्म हो गया है. अपने देश के लिए यह कर दिखाया रफेला सिल्वा ने. रियो के छोटे से कस्बे में पली-बढीं सिल्वा ने जूडो में महिलाओं के 57 किलोग्राम वर्ग में देश के लिए सोने का तमगा जीता. अपनी इस कामयाबी से उत्साहित एथलीट ने सोमवार को विशेष ब्राजीली तरीके से जश्न मनाया. ओलंपिक से अपने पुरुष फुटबॉल टीम के स्तब्धकारी तरीके से बाहर हो जाने से निराश ब्राजील के प्रंशसकों लिए यह अच्छी खबर है.
पहली बार हिजाब पहनकर स्पर्धा में उतरीं अमेरिकी एथलीट
तलवारबाजी में महिलाओं के सेबर स्पर्धा में अमेरिका की इब्तिहाज मोहम्मद ने काला हिजाब पहनकर हिस्सा लिया। ओलंपिक में पहली बार ऐसा हुआ जब किसी अमेरिकी एथलीट ने हिजाब पहनकर किसी स्पर्धा में भाग लिया हो. न्यू जर्सी की रहने वाली इब्तिहाज को अपने पहली बाउट में जीत मिली लेकिन अगले ही दौर में वह हारकर स्पर्धा से बाहर हो गयीं. मोहम्मद इस सप्ताह टीम स्पर्धा में भी अपने देश के लिए बाउट में उतरेंगी. वहीं आस्ट्रेलिया ने पहली बार रग्बी में स्वर्ण पदक अपने नाम किया. सोमवार रात को महिलाओं के फाइनल मुकाबले में आस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को 24-17 से हराया.
ब्राजील के प्रशंसकों ने अमेरिकी एथलीटों का उडाया मजाक
मच्छर जनित जीका वायरस के डर से कई खिलाडियों के रियो ओलंपिक से हटने के बाद ब्राजील के कुछ प्रशंसक अमेरिकी एथलीटों को ताना मार रहे हैं. वालीबॉल के मैदान से फुटबॉल स्टेडियम तक ब्राजील के कुछ शरारती प्रशंसक उस चीज का मजाक बना रहे हैं, जो इस दक्षिण अमेरिकी देश में पहली बार ओलंपिक के आयोजन को लेकर चिंता का प्रमुख सबब बन गया था. इसकी शुरआत अमेरिका की महिला फुटबाल टीम के मैच के साथ हुई. दिग्गज गोलकीपर होप सोलो ने जितनी बार भी गेंद को छुआ उतनी बार उनका स्वागत ‘‘जीका…जीका” के नारे के साथ किया गया.
ओलंपिक के मैदान में भी दिखी अर्जेंटीना-ब्राजील की प्रतिद्वंद्विता
फुटबाल में अर्जेंटीना और ब्राजील के बीच की प्रतिद्वंद्विता किसी से छिपी नहीं है और यही चीज अब रियो खेलों तक पहुंच चुकी है. एक-दूसरे पर ताना मारने के लिए हर समय तैयार रहने वाले दोनों देशों के प्रशंसकों ने रियो में स्पर्धा शुरु होने के पहले दिन ही इस चीज का परिचय दिया.ओलंपिक टेनिस सेंटर में जब सर्बिया के नोवाक जोकोविच अर्जेंटीना के जुआन मार्टिन डेल पोत्रो के खिलाफ उतरे तो स्थानीय लोगों ने टेनिस के विश्व नंबर एक खिलाडी का खुलकर समर्थन किया. इसके बाद बास्केटबाल स्पर्धा में अर्जेंटीना और नाइजीरिया की टीमें आमने-सामने आयीं तो दोनों देशों के प्रशंसकों ने एक-दूसरे पर ताना मारने के लिए खेल पर ध्यान ही नहीं दिया.