रियो दि जिनेरियो : भारतीय स्टार निशानेबाज जीतू राय पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में लचर प्रदर्शन करते हुए आठवें स्थान पर रहे. कोच ललित शर्मा ने कहा कि उसे खराब शुरुआत का खामियाजा भुगतना पडा.सेना की तरफ से खेलने वाले जीतू ने 2014 में इंचियोन एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था.
78.7 के कुल स्कोर के साथजीतू रायआठ फाइनलिस्टों में आखिरी स्थान पर रहते हुए फाइनल राउंड से बाहर होने वाले पहले निशानेबाज थे. 28 साल के निशानेबाज की शुरुआत अच्छी नहीं रही और वह कठिन प्रतिस्पर्धा में इससे उबर नहीं पाए. फाइनल में होआंग शुआन विन्ह, पेंग वेई, वू फेलिप अल्मेइडा, तुजिनस्की जुराज, जिन जोंगोह, गोंतचारोव व्लादिमीरा और गियोर्दोना गियूसेप्पे दूसरे खिलाडी थे. तीन शॉट के बाद जीतू का कुल स्कोर केवल 28.9 रहा. इसके बाद उन्होंगे अगला शॉट 9.7 का लगाया और सबसे निचले स्थान पर बने रहे. जीतू को बाहर होने से बचने के लिए एक क्वालीफाई शॉट की बेहद जरुरत थी लेकिन 10.1 का शॉट उनके काम नहीं आया और वह फाइनल राउंड में बाहर होने वाले पहले निशानेबाज बने.
उन्हें गोंतचारोव के खिलाफ 0.7 प्वाइंट का अंतर कम करना था. गोंतचारोव ने 9.7 का स्कोर किया. इस तरह जीतू 0.3 के स्कोर से अंतर के कारण बाहर हो गए. उनका कुल स्कोर 78.7 था. वियतनाम के विन्ह ने 202.5 के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि ब्राजील के अल्मइडा ने रजत और चीन के वेई ने कांस्य पदक अपने नाम किए. जीतू ओलंपिक खेलों की एक और प्रतिस्पर्धा — 50 मीटर पिस्टल में हिस्सा लेंगे जिसमें वह लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं. इससे पहले जीतू ने 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल के लिये क्वालीफाई किया था. वह 46 निशानेबाजों में छठे स्थान पर रहे. जीतू ने 580 का स्कोर किया. पहली दो सीरिज में उन्होंने 96 और फिर 98, 96, 96 और 98 का स्कोर किया. वहीं प्रतिस्पर्धा में एक दूसरे भारतीय निशानेबाज गुरप्रीत सिंह 576 के स्कोर के साथ 20वें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे थे.
खराब शुरुआत से जीतू को पदक नहीं मिल सका : कोच
भारत की सबसे बडी पदक उम्मीदों में शामिल जीतू राय के रियो ओलंपिक की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में पदक नहीं जीत पाने पर उनके कोच ललित शर्मा ने कहा कि उसे खराब शुरुआत का खामियाजा भुगतना पडा. सेना के कोच शर्मा ने प्रेस ट्रस्ट से कहा ,‘‘ उसकी शुरुआत अच्छी नहीं रही और वह 10 के भीतर स्कोर नहीं कर सका. अब यह अतीत की बात है और हमें अगली स्पर्धा पर फोकस करना चाहिये.’ उन्होंने कहा ,‘‘ अब उसके पास कुछ दिन का ब्रेक है. वह इस प्रदर्शन को भुलाकर वापसी करेगा.‘‘ वहीं क्वालीफिकेशन दौर से बाहर हुई निशानेबाज अयोनिका पाल के पिता असीम पाल ने कहा ,‘‘ वह ओलंपिक का दबाव नही झेल सकी. उसके लिये यह अनुभव भविष्य में काम आयेगा.’