वाशिंगटन : ओक क्रीक गुरुद्वारा में चार साल पहले हुई गोलीबारी के पीडितों को याद करते हुए अमेरिका ने कहा है कि देश की सरकार सभी प्रार्थना स्थलों की सुरक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है. व्हाइट हाउस ने एक कल एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, ‘ओक क्रीक गुरुद्वारा में हुई त्रासद घटना को चार साल हो गए हैं, ऐसे में ओबामा प्रशासन सभी प्रार्थना स्थलों एवं धार्मिक समुदायों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है.’ श्वेत लोगों को सर्वोच्च मानने वाले बंदूकधारी वेड माइकल पेज ने चार साल पहले इसी दिन ओक क्रीक गुरुद्वारा में गोलीबारी की थी जिसमें छह सिख मारे गए थे. इस हमले में एक महिला परमजीत कौर (41) और गुरुद्वारा संस्थापक सतवंत सिंह कालेका (65), ग्रंथी प्रकाश सिंह (39), सीता सिंह (41), रणजीत सिंह (49) और सुवेग सिंह (84) मारे गए थे.
ओबामा की वरिष्ठ सलाहकार एवं व्हाइट हाउस काउंसिल ऑन विमेन एंड गर्ल्स की अध्यक्ष वालेरी जैरेट ने ट्वीट किया, ‘हम आज विस्कॉन्सिन में सिख गुरुद्वारा पर हुए हमले के पीडितों और इस त्रासदी के कारण प्रभावित हुए कई परिवारों को याद कर रहे हैं.’
व्हाइट हाउस ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि ओक क्रीक त्रासदी के बाद से ओबामा प्रशासन ने धर्म के आधार पर होने वाले घृणा अपराधों को रोकने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए हैं. उसने कहा कि एफबीआई अब सिख, हिंदू एवं अरब अमेरिकी समुदायों के खिलाफ होने वाले घृणा अपराधों पर विशेष रूप से नजर रखता है और उसने उसी अनुसार घृणा अपराध डेटा संकलन निर्देशों एवं प्रशिक्षण नियमावली का अद्यतन किया है.
व्हाइट हाउस ने कहा कि इसके अलावा उसने शेपर्ड बायर्ड कानून के पांच वर्ष पूरे होने पर घृणा अपराध अंतर-एजेंसी पहल शुरु की है ताकि घृणा अपराधों को रोका जा सके और उनके खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाएगी. व्हाइट हाउस एवं न्याय विभाग ने सिखों समेत धार्मिक समुदायों को निशाना बनाने वाली घटनाओं के मद्देनजर एक नई पहल शुरू की है ताकि धर्म आधारित भेदभाव एवं हिंसा को पहचाना एवं रोका जा सके. सिख धर्म एवं शिक्षा परिषद के अध्यक्ष रजवंत सिंह ने समुदाय को समर्थन मुहैया कराने के लिए ओबामा प्रशासन का धन्यवाद किया.