तुर्की के राष्ट्रपति रचेप तैय्यप अर्दोआन ने कहा है कि वो अपने ‘अपमान’ से जुड़े मुक़दमों को वापस ले रहे हैं.
उनके मुताबिक़ ऐसा वो सदभावना के तहत कर रहे हैं. पिछले दो साल में राष्ट्रपति के अपमान के मामलों के लेकर ऐसे दो हज़ार मुक़दमे दर्ज किए गए हैं.
अर्दोआन में अंकारा में हुए एक कार्यक्रम में मुक़दमे वापस लिए जाने की घोषणा की.
ये समारोह अंकारा में तख़्तापलट की नाकाम कोशिश के दौरान मारे गए 100 से ज़्यादा लोगों की याद में रखा गया था.
इस दौरान अर्दोआन ने अमरीका और यूरोपीय सरकारों की भी जमकर आलोचना की.
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को तुर्की के लोकतंत्र से ज़्यादा चिंता तख़्लापलट की साज़िश रचने वालों की है वो कभी तुर्की के दोस्त नहीं हो सकते हैं.
अर्दोआन ने एक अमरीकी आला कमांडर पर षड़यंत्रकारियों का पक्ष लेने का आरोप लगाया.
लेकिन अमरीकी सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल जोसेफ वोटल ने अर्दोआन के बयान को "दुर्भाग्यपूर्ण और पूरी तरह ग़लत" बताया है.
जनरल वोटल ने गुरुवार को कहा था कि सेना के कुछ अधिकारियों को जेल भेजने से तुर्की और अमरीका की सैन्य साझेदारी को नुक़सान हो सकता है.
इसी बयान के बाद अर्दोआन ने उन पर तख़्तापलट करने वालों का पक्ष लेने का आरोप लगाया.
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