10वीं व 12वीं के नतीजे आ गये हैं. कहीं टॉपर्स का इंटरव्यू छप रहा है, तो कहीं उनके पैरेंट्स का. कुछ बच्चों को मलाल है कि वे टॉपर से कुछ नंबर पीछे रह गये, तो कुछ को मलाल है कि वे फर्स्ट डिवीजन नहीं ला पाये. इन सभी बातों से दूर कुछ बच्चे ऐसे भी हैं, जो फेल हो गये हैं. जिन्होंने लोगों से मिलना-जुलना बंद कर दिया है, खुद को नाकाबिल समझने लगे हैं.
हमें इस बात को समझना होगा कि बोर्ड की परीक्षा में सभी स्टूडेंट्स पास होने के इरादे से ही बैठते हैं. किसी के अंक बहुत अच्छे आ जाते हैं, तो किसी के नहीं आते हैं. यहां जरूरी नहीं है कि आप अंकों के इस फेर में खुद को इस उलझा लें कि इससे पार कुछ देख ही न सकें. यदि किसी भी कारणवश आपके अंक कम आये हैं या आप पास नहीं कर पाये हैं, तो यह जान लें कि यह कोई अंतिम एग्जाम नहीं था. अभी बहुत मौके आयेंगे. दोस्तों, कम अंक आने पर या फेल हो जाने पर खुद को अकेला, उदास न होने दें. आप अकेले फेल नहीं हुए हैं.
दुनिया में कई महान हस्तियां ऐसी हैं, जो फेल हो चुकी हैं. इसलिए आप परिवार वालों और दोस्तों के साथ बैठिए. इस यकीन के साथ कि अगली बार आप बेहतर करेंगे. ऐसी स्थिति में पैरेंट्स ही बच्चों का सहारा बनते हैं. बच्चों को उनके प्यार की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, इसलिए पैरेंट्स को चाहिए कि बच्चों को समझाएं. उन्हें कहें कि आप उनके साथ हमेशा हैं, चाहे वे कैसे भी नंबर लायें.
बच्चों, एक बात याद रखो. असफलता को स्वीकार कर ही आप अपनी जिंदगी नये तरीके से शुरू कर सकते हैं. आप खुद से वादा करें कि जो कमियां इस बार रह गयी है, उन्हें आप नहीं दोहरायेंगे. पढ़ाई के लिए दूसरों से मदद लेने से कतरायेंगे नहीं.daksha.vaidkar@prabhatkhabar.in