बांग्लादेश की सबसे बड़ी इस्लामी पार्टी जमात-ए-इस्लामी ने अपने प्रमुख को फाँसी दिए जाने के विरोध में गुरुवार को सारे देश में हड़ताल बुलाई थी.
जमात के प्रमुख मोतिउर रहमान निज़ामी को मंगलवार आधी रात को फाँसी दी गई थी.
उन्हें 1971 में बांग्लादेश की आज़ादी की लड़ाई के दौरान नरसंहार, यातना और बलात्कार के मामलों में दोषी ठहराया गया था.
पूरे हालात के बारे में बता रहे हैं बीबीसी बांग्ला सेवा के संपादक साबिर मुस्तफ़ा.