अमरीकी सेना मुख्यालय पेंटागन ने कहा है कि अफ़ग़ानिस्तान में डॉक्टर विदाउट बार्डस के अस्पताल पर अमरीकी हवाई हमला युद्ध अपराध नहीं था.
पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान के कुंदूज़ शहर में पिछले साल हुए इस हमले में 42 लोगों की मौत हो गई थी.
इस हमले के सिलसिले में सेना के 16 सदस्यों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की है.
इसकी पुष्टि करते हुए जनरल जोसेफ़ वोटेल ने कहा कि ये दुखद हमला मानवीय और तकनीकी भूल की वजह से हुआ था.
अमरीकी जंगी जहाज़ ने कुंदूज़ में स्वास्थ्य संस्था मैदिसों सौं फ्रंतियर्स या एमएसएफ़ के अस्पताल को ग़लती से एक अन्य इमारत समझ लिया था जिस पर तालिबान लड़ाकों का नियंत्रण था.
किसी के ख़िलाफ़ आपराधिक आरोप नहीं लगाए जाएंगे बल्कि इन लोगों के ख़िलाफ़ कमांड से निलंबन और निंदा पत्र जैसे कदम उठाए गए हैं, इससे सेना में उनकी नौकरी पर भी आंच आ सकती है.
जनरल वोटेल ने बताया कि एमएसएफ़ के डॉक्टरों ने छापे के दस मिनट बीतने के बाद अमरीकी अधिकारियों से हमला रोकने की अपील की और हमला रोकने में बीस मिनट और लग गए.
उन्होंने कहा, "जांच में पता चला है कि ये घटना मानवीय भूल और प्रक्रिया में हुई ग़लती और उपकरणों में गड़बड़ी की वजह से हुई है. किसी भी अधिकारी को ये पता नहीं था कि वो अस्पताल पर हमला कर रहे हैं."
उन्होंने कहा कि हमला अनजाने में किया गया था इसलिए ये यु्द्ध अपराध नहीं है.
एमएसएफ़ की अध्यक्ष मेइनी निकोलाई ने कहा, "आज के विवरण का मतलब है कि ये स्वीकार किया जा रहा है कि घनी आबादी वाले शहरी इलाक़े में अनियंत्रित सैनिक कार्रवाई की जा रही थी जिसमें अमरीकी सेना युद्ध के नियमों का पालन करने में नाकाम रही."
एमएसएफ़ ने हमले की स्वतंत्र जांच की मांग की है.
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