क्रिकेट से राजनेता बने पाकिस्तान तहरीके इंसाफ पार्टी के मुखिया इमरान ख़ान का कहना है कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों से आईपीएल और बेहतर हो जाएगा.
बीबीसी एशिया नेटवर्क के साथ बातचीत में उन्होंने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को इंडियन प्रीमियर लीग में न खिलाए जाने पर निराशा जताई.
उन्होंने कहा, "हिंदुस्तान और पाकिस्तान के रिश्ते बेहतर होने चाहिए. मुझे समझ नहीं आता है कि क्रिकेट के बायकॉट से हिंदुस्तान क्या हासिल करना चाहता है."
उन्होंने कहा, "पाकिस्तानी खिलाड़ियों को आईपीएल में शिकरत करनी चाहिए, इससे आईपीएल और बेहतर हो जाएगा."
इमरान के मुताबिक़, "इससे पाकिस्तान को भी फ़ायदा होगा क्योंकि आतंकवाद की वजह से और देशों की टीमें पाकिस्तान नहीं आती हैं. इससे हमारे क्रिकेट को नुक़सान पहुंचता है."
पाकिस्तान में 2009 में श्रीलंकाई टीम की बस पर हुए हमले के बाद वहां अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीमें जाने से गुरेज करती हैं.
पिछले साल जिम्बाब्वे की टीम ने पाकिस्तान का दौरा किया था. उसने वहां चार एकदिवसीय और दो टी-20 मैच खेले थे.
जिम्बाब्वे 2009 के बाद पाकिस्तान जाने वाली पहली अंतरराष्ट्रीय टीम थी.
इमरान ख़ान अपनी पार्टी के लिए चंदा जुटाने के इरादे से इन दिनों लंदन में हैं.
उन्होंने एक बार फिर प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ से इस्तीफा मांगा है. उन्होंने कहा कि पनामा पेपर्स में नाम आने के बाद उन्हें पद पर रहने का कोई हक़ नहीं है.
रिपोर्टों के मुताबिक़ नवाज़ शरीफ़ के बेटे हुसैन और हसन और बेटी मरियम को विदेश में स्थित कंपनियों से फायदा हुआ है, हालांकि शरीफ़ परिवार किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार करता है.
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