ब्राजील में संसद के निचले सदन ने राष्ट्रपति जिल्मा रूसेफ के ख़िलाफ़ महाभियोग के प्रस्ताव को बहुमत से पारित कर दिया है.
महाभियोग के लिए मुहिम चला रहे धड़े को मतदान के दौरान दो तिहाई बहुमत प्राप्त हो गया है. अब ये मामला ऊपरी सदन सीनेट में जाएगा.
रूसेफ पर सराकरी खातों में हेराफेरी का आरोप है जिससे वो इनकार करती हैं.
इससे पहले ब्राज़ील की सत्ताधारी वर्कर्स पार्टी ने संसद के निचले सदन में मतदान के दौरान ही हार मान ली थी.
पार्टी के संसदीय नेता जोसे गुइमाराएस ने कहा, "अब लड़ाई सीनेट में जारी रहेगी."
रूसेफ पर सरकारी खातों में हेराफेरी करने का आरोप है, हालांकि वो इससे इनकार करती हैं.
संसद के निचले सदन में चली लंबी बहस में दोनों पक्षों ने अपना अपना पक्ष रखा.
वहीं संसद के बाहर क़रीब 25 हज़ार लोगों ने जिल्मा रूसेफ के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया.
अगर महाभियोग की कोशिश सफल रही तो ऊपरी सदन रूसेफ को छह महीने के लिए निलंबित कर सकता है. इस दौरान उन पर मुकदमा चलेगा.
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