।। दक्षा वैदकर ।।
फेसबुक पर मेरे एक मित्र ने लिखा है ‘जो लोग छोटी चीजों के लिए थैंक्स नहीं कहते, वे बड़ी चीजों के लिए भी नहीं कहते.’ उनकी यह लाइन मेरे मन में काफी समय तक घूमती रही और इन्हीं सब के बीच मुझे याद आयी ‘थैंक्स गिविंग प्रेयर’. जब मैं छोटी थी, मेरी एक क्रिश्चयन दोस्त हुआ करती थी.
एक दिन मैं उसके घर गयी, तो आंटी ने डिनर ऑफर किया. खाना शुरू करने के पहले परिवार के सभी लोगों ने हाथ जोड़े और मन ही मन कुछ बुदबुदाया. खाना खत्म होने के बाद मैंने दोस्त से अकेले में पूछा कि आंख बंद करके तुम सब क्या कहते हो? उसने कहा कि हम गॉड को हर चीज के लिए थैंक्स कहते हैं. मैंने पूछा क्यों कहते हो? तो उसने अपनी मम्मी को आवाज लगा दी.
आंटी ने कहा कि केवल खाना खाने के पहले ही नहीं, सुबह और रात को भी हमें भगवान को धन्यवाद कहना चाहिए. हमें जो यह जीवन मिला है, उसी की देन है. परिवार, दोस्त, नौकरी, भोजन, यह सब उसी ने तो दिया है. यह प्रार्थना हमें दयालु, शांत, खुशमिजाज, संतुष्ट व्यक्ति बनाती है. एक ऐसा इनसान बनाती है, जो हर चीज से प्यार करता है और हर किसी को प्यार देता है.
मैंने अपने पापा से यह बात कही. उन्होंने बताया कि हर धर्म में इस तरह की प्रार्थना होती है. यह सचमुच कारगर है. तुम भी करो. बचपन में कई दिनों तक मैंने भी ऐसा किया, लेकिन बड़े होने के बाद कब बंद हो गयी, याद ही नहीं रहा. दोस्त के स्टेटस को पढ़ा, तो लगा कि सचमुच अद्भुत चीज मैंने मिस कर दी.
अब फिर से शुरू करने जा रही हूं. आप भी ट्राइ करें. दिन की शुरुआत करने से पहले भगवान को धन्यवाद दें. एक नया दिन देने के लिए, परिवार व दोस्त देने के लिए. भोजन के लिए धन्यवाद दें. उन परेशानियों के लिए भी थैंक्स कहें, जिनकी वजह से आप मजबूत बने.
उस बुरे वक्त के लिए थैंक्स कहें, जिसकी वजह से आपको अच्छे वक्त की कद्र करना आया. उन्हें वादा करें कि आज के दिन मैं खुश रहूंगा, दूसरों को खुश रखूंगा. सभी को केवल प्यार दूंगा. कोई अपशब्द नहीं कहूंगा, किसी का दिल नहीं दुखाऊंगा, गुस्सा नहीं करूंगा.
बात पते की..
– आज आपके पास जो भी चीजें हैं, उसके लिए भगवान को शुक्रिया कहना न भूलें. हर चीज को पा कर गर्व महसूस करें, बस खुश रहें, संतुष्ट रहें.
– केवल भगवान को ही नहीं, बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी छोटी-से-छोटी मदद के लिए थैंक्यू कहना न भूलें. आज से ही शुरुआत करें.