Advertisement
असफलताओं को पीठ पर न लादें
हर किसी के करियर में एक ऐसा समय आता है, जब लगता है कि सब कुछ ठहर गया है. कहीं से कोई आशा की किरण नजर नहीं आती है. जो किरण नजर आती है, उसके सहारे आगे बढ़ने का साहस नहीं कर पाते हैं हम. ऐसे समय में लगता है कि जितनी मेहनत हमने की […]
हर किसी के करियर में एक ऐसा समय आता है, जब लगता है कि सब कुछ ठहर गया है. कहीं से कोई आशा की किरण नजर नहीं आती है. जो किरण नजर आती है, उसके सहारे आगे बढ़ने का साहस नहीं कर पाते हैं हम.
ऐसे समय में लगता है कि जितनी मेहनत हमने की है, वह सब बेकार चला गया. यहीं हम अपना हौसला खोने लगते हैं. मेशेबल डॉट कॉम ने लिंक्डइन पर अपने फालोअर्स से इस संबंध में सुझाव मांगे. उसे हम आपके लिए यहां दे रहे हैं.
1. सफलता आपके हाथ में
सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि आप ग्लास को आधा भरा हुआ देखते हैं या आधा खाली. इस समय आप अपने करियर के किस पड़ाव पर हैं, यह ज्यादा महत्व नहीं रखता है. आप जिस जगह पर हैं, उस जगह को किसी ने विश्वास से आपको िदया है. देने वाले के मन में होगा कि आप उस जिम्मेदारी को अच्छे से संभाल लेंगे. उसके विश्वास पर खरा उतरने की जिम्मेदारी आपकी है.
इसके लिए जरूरी है कि आपके पास आत्मविश्वास हो. आत्मविश्वास की कमी आपको लक्ष्य तक पहुंचने में सबसे बड़ी बाधा बन कर उभरेगी. इसके लिए आपको थोड़ा रिस्क भी लेना चाहिए. इन सब के साथ ऐसी संभावनाओं की तरफ भी देखते रहना चाहिए, जिनके बारे में लगता है कि आप उनके हकदार हैं. अपने किसी करीबी मित्र या मेंटर से हमेशा राय लेते रहें. इससे सही मार्गदर्शन मिलेगा.
2. कभी हार नहीं मानें
मान लें कि आपका इंटरव्यू खराब चला गया या क्लाइंट के साथ आपकी डील नहीं हो पायी. इसका यह मतलब नहीं कि सब कुछ खत्म हो गया और आप हाथ पर हाथ रखकर बैठ जाएं. इससे आप घोर निराशा में घिर जायेंगे और आगे आने वाली संभावनाओं को नहीं देख पायेंगे.
ऐसा भी हो सकता है कि आपका अगला इंटरव्यू या क्लाइंट के साथी अगली मीटिंग सफल हो जाये, लेकिन, यह तभी संभव होगा जब आप अपनी असफलता को अपने साथ ढोयेंगे नहीं. असफलताओं को ढोयेंगे, तो सफलता के रास्ते नहीं नजर आयेंगे. एक पुरानी कहावत है – एक खराब अध्याय का यह मतलब नहीं कि पूरी किताब खत्म हो गयी.
3. परेशान करने वालों से उलझें नहीं
क्या आपके पास ऐसे सहयोगी हैं, जो बे-वजह आपको परेशान करते हों. ऐसे लोगों से उलझने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इसका परिणाम कुछ नहीं निकलेगा, आपकी ऊर्जा जरूर बरबाद होगी. इस तरह के लोग हमेशा असुरक्षा की भावना से घिरे होते हैं, इसलिए दूसरों को परेशान करते रहते हैं. आपको कोशिश करनी चाहिए कि आपका काम उनको जवाब दे. अगर ऐसा करने में आप सफल होंगे, तब ऐसे लोगों को सबक मिलेगी. अगर आप उनसे उलझेंगे, तब आपकी ऊर्जा नष्ट होगी और काम भी प्रभावित होगा.
4. अपनी तुलना नहीं करें
हर कोई अपनी तुलना दूसरों से करने की गलती करता है. कपड़े, गाड़ी से लेकर जीवन के बहुत से क्षेत्रों में तुलना करता है़ यह तुलना ही हमारे जीवन के आनंद को नष्ट कर देती है. जब हम यह तुलना अपने करियर को लेकर करने लगते है, तब स्थिति खतरनाक हो जाती है. हमारा काम प्रभावित होने लगता है. करियर को लेकर तुलना नहीं करनी चहिए. हमेशा अच्छा करने और आगे बढ़ने की कोशिश करते रहना चाहिए. अगर हम तुलना में अपना समय नष्ट करेंगे, तब हम से कम योग्य लोग आगे निकल जायेंगे.
5. हमेशा उत्साहित रहें
निराशा को अपने नजदीक कभी मत आने दें. इसके लिए जरूरत पड़े, तो विजन बोर्ड बनाएं. सुबह में प्रेरणा देने वाले विचारों को पढ़ें़. इससे ऊर्जा मिलती है. अगर आगे बढ़ने के क्रम में मुश्किलों का सामना करना पड़े, तो उनके सामने घुटने नहीं टेकें. उन्हें एक अवसर के रूप में बदलें और आगे बढ़ें. इससे मंजिल का रास्ता आसान हो जायेगा.
6. नयी चीज सीखते रहें
अपने हुनर को तराशते रहना अच्छी बात है, लेकिन आज जमाना मल्टीटास्किंग का है. इसलिए हमेशा नया सीखते रहें. इससे प्रोफेशनल और पर्सनल दोनों जगहों पर आपको फायदा होगा. अगर अापको ऑन जॉब नये स्किल सीखने का मौका मिल रहा हो, तो उसे नकारें नहीं, जरूर सीखें.
7. काम से करें प्यार
अगर आपको अपने काम से लगाव है, तो आप तरक्की करेंगे. यह तरक्की कोई जरूरी नहीं कि आपके द्वारा तय समय में ही आपको मिले, लेकिन यह तय है कि आपको मिलेगी. इसलिए काम के प्रति लगाव जरूरी है. यह लगाव जितना ज्यादा होगा, आप अपने काम में उतना ज्यादा आगे बढ़ेंगे. इसे अपने जीवन का मंत्र बना लें और हमेशा उसके मुतािबक चलें.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement