टी-20 विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट में गुरूवार को दूसरे सेमीफाइनल में मेज़बान भारत का सामना मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में वेस्ट इंडीज़ से होगा.
क्रिकेट पंडितों की नज़र में इसे क्रिस गेल और विराट कोहली के बीच एक जंग के रूप में देखा जा रहा है.
क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है, तो निश्चित रूप से ऐसा भी नही है कि अगर यह दोनों चले तभी इनकी टीम जीतेगी वरना हार जाएगी.
इस विश्व कप में ऐसा देखने को मिला है कि गेल के चले बिना वेस्ट इंडीज़ जीता और विराट की छोटी पारी के बावजूद भारत जीत गया.
भारत के लिहाज़ से बहुत कुछ ऐसा है जो मैच उसके पक्ष में मोड़ सकता है.
1. महेंद्र सिंह धोनी भले ही बल्लेबाज़ी क्रम में नीचे आएं लेकिन उन्होनें एशिया कप और इस विश्व कप में दिखा दिया है कि ज़रूरत पडने पर वह तेज़ी से चौक्के-छक्के लगाकर भारत के लिए मैच जीत सकते हैं.
2. धोनी अपनी शांत कप्तानी के दम पर निश्चित हार के मुंह से भी टीम को निकाल सकते हैं. बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ उन्होनें अपने दिमाग़ और बल्ले के अलावा विकेट के बीच बेहतरीन दौड़ का जलवा भी दिखाया.
3. बांग्लादेश को जब अंतिम तीन गेंदों में जीत के लिए 2 रनों की ज़रूरत थी तब हार्दिक पांड्या के ओवर में धोनी ने अधिकतर फिल्डरों को बॉउंड्री लाइन के पास रखा.
बांग्लादेशी बल्लेबाज़ उनके जाल में फंस गए और छक्के लगाने की कोशिश में कैच दे बैठे. धोनी ऐसी रणनीति दोहरा सकते हैं.
4. रवींद्र जडेजा और आर अश्विन विकेट लेने के साथ किफ़ायती गेंदबाज़ी के लिए भी जाने जाते हैं.
वह तो ऑस्ट्रेलिया के आरोन फिंच ने अश्विन की जमकर ख़बर ली अन्यथा उनकी गेंदों पर चौक्के छक्के उडाना आसान नहीं है.
5. ख़ुद क्रिस गेल कह चुके हैं कि भारत के पास विराट के अलावा और भी कई मैच विनर हैं.
इनमें सलामी बल्लेबाज़ रोहित शर्मा, शिखर धवन और सुरेश रैना हैं.
ख़राब फॉर्म के बावजूद मुंबई में वह चल सकते हैं. तेज़ गेंदबाज़ी में आशीष नेहरा और जसप्रीत बुमराह भरोसेमंद हैं.
युवराज सिंह अपनी चोट की वजह से बाहर हो चुके हैं और उनकी जगह मनीष पांडे को टीम में शामिल किया गया है.
हो सकता है अजिंक्य रहाणे को धोनी मौक़ा दें.
वेस्ट इंडीज़ के पास क्रिस गेल जैसा अपने ही दम पर मैच जिताने वाला खिलाड़ी है, लेकिन अगर वह नहीं चले तो भी भारत को बचकर रहना होगा.
वेस्ट इंडीज़ के कई खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने का अनुभव है और वह भारतीय परिस्थितियों से भी वाकिफ़ हैं.
1. वेस्ट इंडीज़ ने क्रिस गेल के साथ आंद्रे फ्लैचर को मौक़ा दिया तो वह भी तेज़-तर्रार पारी खेल सकते हैं.
उन्होनें श्रीलंका के ख़िलाफ 64 गेंदों पर नाबाद 84 रन बनाए थे.
27 अंतराष्ट्रीय टी-20 मैच खेल चुके फ्लैचर अभी तक 113.16 की औसत से 533 रन बना चुके हैं.
2. मार्लोन सैमुअल्स भी बेहद अनुभवी बल्लेबाज़ हैं.
उन्होनें इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 37 और दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ़ 43 रन बनाए.
3. वेस्ट इंडीज़ के डेरेन सैमी भी 64 मैचों का अनुभव रखते हैं.
उनका औसत भले ही 16.12 जैसा साधारण है लेकिन उनका स्ट्राइक रेट 149.01 है.
4. ड्वेन ब्रावो वेस्ट इंडीज़ के सबसे बेहतरीन आलराउंडर हैं.
वह 59 मैचों में 46 विकेट के अलावा 1029 रन भी बना चुके हैं.
वह इस विश्व कप में 6 विकेट ले चुके हैं.
5. वेस्ट इंडीज़ अपना पिछला मैच अफ़ग़ानिस्तान से 6 रन से हारा तो भारत को भी ऑस्ट्रेलिया से जीतने के लिए संघर्ष करना पडा.
भारत और वेस्ट इंडीज़ के बीच अभी तक चार टी-20 मुक़ाबलें खेले गए हैं. दो भारत ने जीते हैं और दो में भारत हारा है.
अभी तक विराट कोहली के सहारे जीतते आ रहे भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए रोहित शर्मा, शिखर धवन और सुरेश रैना से रनों की उम्मीद रहेगी.
वैसे भी वानखेड़े का विकेट बल्लेबाज़ों के लिए स्वर्ग माना जाता है.
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