दुनिया भर के शेयर बाज़ार बुधवार को धड़ाम से गिर पड़े. ये गिरावट विश्व अर्थव्यवस्था की हालत को लेकर पैदा चिंता और तेल के गिरते दामों के बीच देखने को मिली है.
यूरोप के मुख्य शेयर बाज़ारों में गिरावट का दौर रहा और सबसे अधिक गिरावट लंदन में मुख्य शेयर सूचकांक एफटीएसई 100 में दिखी, जो 3.5 प्रतिशत थी.
उधर, अमरीका में दोपहर के कारोबार के दौरान वॉल स्ट्रीट में जमकर बिकवाली हुई. कारोबारी सत्र के दौरान डाउ जोन्स और नैसडेक लगभग तीन प्रतिशत तक लुढ़क गए.
हालांकि बाजार बंद होने तक वॉल स्ट्रीट में माहौल सुधरा और डाउ जोन्स 1.56 प्रतिशत और एसएंडपी 500 सूचकांक 1.2 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए.
अमरीका और यूरोप के बाज़ारों में इस गिरावट से पहले एशियाई शेयर बाज़ार भी गिरावट के साथ बंद हुए.
दुबई के शेयर बाज़ार अपने 28 महीने के सबसे निचले स्तर पर चले गए तो जापान में अक्तूबर 2014 के बाद सबसे बड़ी गिरावट देखी गई.
उधर, मुंबई में बीएसई सेंसेक्स अपने 20 महीने के सबसे निचले स्तर पर चला गया और 1.71 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ.
उभरते हुए बाज़ारों के शेयरों और मुद्राओं को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. रूसी रूबल अमरीकी डॉलर के मुक़ाबले 80.295 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया है.
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