पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि यदि कांग्रेस सत्ता में आती है तो पंजाब में पंद्रह साल के चरमपंथ के दौरान हुई ‘फ़र्ज़ी मुठभेड़ों’ की जांच होगी.
मई में सज़ा पूरी कर जेल से रिहा हुए एक पूर्व पुलिसकर्मी गुरमीत सिंह ‘पिंकी’ ने दावा किया है कि वह कम से कम पचास फ़र्ज़ी मुठभेड़ों का चश्मदीद है.
पिंकी के मुताबिक़ मारे गए लोगों के शवों को अज्ञात बताकर अंतिम संस्कार किया गया था.
पिंकी पहले चरमपंथी थे और बाद में पुलिस में भर्ती हो गए थे.
अमरिंदर सिंह ने कहा है कि पिंकी ने सनसनीखेज दावे किए हैं जिनका सच पता लगाया जाना ज़रूरी है.
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