छोटे पर्दे की ‘संस्कारी और आदर्श’ बहुओं में से एक श्वेता तिवारी ‘एंड’ टीवी चैनल पर प्रसारित हो रहे लोकप्रिय धारावाहिक ‘बेगूसराय’ के मुख़्य किरदारों में से एक हैं.
2 मार्च 2015 को शुरु हुए इस धारावाहिक को उस समय काफ़ी चर्चा मिली थी क्योंकि बिहार के गैंगस्टरों पर इससे पहले कोई धारावाहिक हिंदी टेलिविज़न के पटल पर नहीं आया था.
इस धारावाहिक ने काफ़ी टीआरपी बटोरी और श्वेता तिवारी, विशाल आदित्य सिंह के अलावा सुदेश बेरी जैसे कलाकारों से सजा यह कार्यक्रम एक बड़े और अब तक टीवी से अनछुए दर्शकों को अपने साथ ले आया.
लेकिन इस धारावाहिक पर हल्की स्क्रिप्ट के आरोप लगते आए हैं और कलाकारों को इससे शिकायत ही रही है.
इस धारावाहिक की मुख़्य नायिका श्वेता तिवारी ने बताया,"बेगूसराय का फर्स्ट लुक निर्देशक तिग्मांशू धुलिया ने फ़िल्माया था. इस धारावाहिक का फर्स्ट लुक देखने के बाद दर्शक काफ़ी उत्साहित हो गए थे, लेकिन धारावाहिक के टेलीकास्ट होते ही सारा उत्साह ठंडा पड़ गया."
कुछ समय पहले इस धारावाहिक से बाहर हुए क़िरदार ‘प्रियोम’ को निभाने वाले अभिनेता सरताज गिल कहते हैं,"इस धारावाहिक में किरदार आगे नहीं बढ़ रहे थे और एक समय के बाद आपके लिए करने को ज़्यादा कुछ नहीं रहा जाता."
अब श्वेता तिवारी ने भी इस बात को मानते हुए कहा,"पहले इस धारावाहिक में इतनी रिसर्च नहीं की जाती थी और प्रोडक्शन हाउस की हड़बड़ाहट के चलते शो बिखर कर एक अलग ही ट्रैक पर चलने लगा था. लेकिन अब कहानी ने वाकई तेज़ी से मोड़ लेने शुरु किए हैं और यह एक रोचक धारावाहिक बन गया है."
श्वेता तिवारी ‘बेगूसराय ‘ धारावाहिक में पहले एक शातिर किरदार निभा रही थीं और अब एक विधवा का रोल वो निभा रही हैं और पुरुष प्रधान समाज को चुनौती दे रही हैं.
श्वेता के अनुसार,"अब दबंग लोगों की ज्याद्तियां, प्रेम विवाह, विधवाओं की स्थिति जैसे मुद्दों पर इस धारावाहिक में बात हो रही है, साथ ही ‘छठ पूजा’ के पर्व को दिखाया गया जो असल ‘बेगूसराय’ के करीब है."
वैसे इन दिनों टीवी पर धारावाहिकों के आपसी मुकाबले पर श्वेता कहती हैं, "हां, बिल्कुल मुकाबला तगड़ा है, यदि आपका शो थोड़ा भी ढीला पड़ा तो लोग आगे बढ़ जाते हैं."
वर्ष 2010 में ‘बिग बॉस’ का चौथा सीज़न जीतने वाली श्वेता खुद ‘बिग बॉस’ की फ़ैन नहीं हैं. वे कहती हैं, "मैं बिग बॉस नहीं देखती और न ही मैं बिग बॉस की फ़ैन हूं."
वे आगे कहती हैं, "उसमें सिर्फ़ नकारात्मक चीज़ें ही दिखाई जाती हैं. मेरा मानना है कि बुरे के साथ अच्छी चीज़ें भी दिखानी चाहिए."
शो के दौरान उनकी और डॉली बिंद्रा की लड़ाई पर वे कहती हैं,"डॉली इतनी बुरी नहीं थी, जितना उन्हें दिखाया गया. उनका मुझ पर चिल्लाना तो दिखाया गया, लेकिन जब मुझे उन्होंने चिकन बनाना सिखाया, तो वह क्यों नहीं दिखाया गया ?"
घरेलू हिंसा और विवादों के बाद पति राजा चौधरी से तलाक़ लेकर अलग रह रहीं श्वेता की एक पंद्रह साल की बेटी भी हैं, जो लगभग हर समारोह में उनके साथ नज़र आती हैं.
अपनी बेटी पलक के साथ श्वेता अपने रिश्ते के बारे में कहती हैं, "मैं एक टिपिकल मां हूं और वो टिपिकल बेटी है. मेरी नज़र उस पर हमेशा रहती है, कि वो क्या कर रही है, उसके दोस्त कौन और कैसे हैं."
अपनी बेटी के अभिनय क्षेत्र में उतरने पर वो कहती हैं, "अभी कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा. हर रोज एक नया करियर ऑप्शन होता है कभी एक्ट्रेस, तो कभी डायरेक्टर, तो कभी उसका मॉडल बनने का मन बन जाता है."
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