दक्षा वैदकर
कई बार हम सुपरिचित निराशा का अनुभव करते हैं. ऐसा महसूस करते हैं कि हमारे साथ कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा है या कोई हमारी परवाह नहीं करता. आज ऐसी ही स्थिति से खुद को उबारने पर चर्चा करते हैं.
क्या आप जानते हैं कि हम सभी के पास एक ऐसा हथियार है, जिसे हम शायद ही कभी इस्तेमाल करते हैं. उसका इस्तेमाल हम तभी करते हैं, जब बूढ़े हो जाते हैं. यह हथियार है, हमारी स्मृतियों का भंडार. अपने खुशहाल दिनों की स्मृतियां हमारे मन को सदैव प्रफुल्लचित्त बनाये रखने के लिए दवाई का काम करती हैं.
यदि आप नौकरी करते हैं और वहां हुई किसी बात से निराशा महसूस करते हैं, तो उन पलों को याद करें, जब आप दिल से प्रसन्न थे. जैसे आपका प्रमोशन या जब आपके बॉस ने किसी काम को अच्छे से करने पर बधाई दी थी. यदि आप परिवार को लेकर दुखी हैं, तो पुरानी पारिवारिक यादों में लौटें. आपके आसपास ऐसी लाखों चीजें हो सकती हैं, जो आपका मूड सही कर सकती हैं. यदि आपके बेटे ने आपसे ठीक से बात नहीं की, तो उस दिन को याद करें, जब बोर्ड परीक्षा में सफल होने पर खुशी से वह आपसे लिपट गया था. या जब परेशान करनेवाली आपकी बेटी ने आपके साथ कुछ वक्त बिताया था, जब आप बीमार थे. या ऐसी ही कई छोटी-छोटी घटनाएं.
अगर आपको ठीक से कुछ याद नहीं आ रहा, जो आपको खुश करे, तो नया तरीका अपनायें. अपना पुराना एलबम खोलें. पुरानी तसवीरें, जो ताजगी आपको दे सकती हैं, वह कोई और नहीं दे सकता. तसवीरें खुद-ब-खुद आपको उन अच्छी यादों में खींच कर ले जायेंगी. आपके स्कूल, कॉलेज के दिनों की तसवीर, शादी की तसवीर, दोस्तों के साथ पिकनिक की तसवीर.
अब भले ही आप निराश क्यों न हों, ये सुखद स्मृतियां उस उदासीनता को निश्चित तौर पर गायब कर देंगी. जीवन में रोशनी ले आयेंगी. इसलिए दोस्तों, अक्सर अपने जीवन के पन्नों को पलटते रहें. आपके पास खोने के लिए कुछ नहीं है, पाने के लिए सारा जहां है. बुरा समय भी बीते दिनों की बात बन कर रह जायेगा.
daksha.vaidkar@prabhatkhabar.in
बात पते की..
– खुद को निराश न होने दें. तुरंत ऐसे उपाय करें, जिससे आपका मूड जल्दी से ठीक हो जाये. वरना आप निराशा की खाई में गिरते चले जायेंगे.
– निराश होने पर दर्द भरे गाने गलती से भी न सुनें. ये आपको और ज्यादा निराश करेंगे. कुछ डांसिंग नंबर्स सुनें या ऐसे गानें सुनें, जो खुशी देते हैं.