यूँ तो क्रिकेट और सियासत का एक-दूसरे से सीधे-सीधे कोई नाता नहीं है, लेकिन अगर बात भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट रिश्तों की हो तो सियासत अपने आप चली आती है.
ऐसा नहीं है कि 2008 के मुंबई हमलों के बाद ही ऐसा हुआ हो. विभाजन के बाद से ही जब से भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमें अस्तित्व में आई हैं, सियासत ने उनका पीछा नहीं छोड़ा है.
जब-जब दोनों देशों के संबंधों में खटास आई है भारत और पाकिस्तानी क्रिकेटरों में भी ख़ुद-ब-ख़ुद ‘कट्टी’ हो जाती है.
भारत और पाकिस्तान के बीच पहली बार टेस्ट क्रिकेट के तार 1952 में जुड़े थे.
पाकिस्तान की टीम भारत के दौरे पर आई थी. मेज़बान टीम की कमान लाला अमरनाथ के हाथों में थी, जबकि पाकिस्तान का नेतृत्व संभाला था अब्दुल करदार ने.
दो टेस्ट मैचों की इस सिरीज़ का पहला मैच दिल्ली में खेला गया और तीन दिनों में ही भारत ने पाकिस्तान को एक पारी और 70 रन से हरा दिया.
लेकिन लखनऊ में खेले गए दूसरे टेस्ट में पाकिस्तान ने ज़ोरदार वापसी की और एक पारी और 43 रन से जीत दर्ज कर हार का बदला ले लिया.
हालाँकि पाँच मैचों की ये सिरीज़ भारत ने 2-1 से अपने नाम की.
इसके बाद 1954-55 में भारत ने पाकिस्तान का दौरा किया और फिर 1960-61 में पाकिस्तान की टीम भारत आई. हालाँकि दोनों ही सिरीज़ 0-0 पर ड्रॉ रहीं.
साल 1965 और 1971 में हुए युद्ध के कारण भारत-पाकिस्तान की धरती पर दोनों देशों ने एक दूसरे से 1962 से 1977 के दौरान क्रिकेट नहीं खेला.
इसके 17 साल बाद भारत और पाकिस्तान के बीच ठंडे पड़े सियासी रिश्तों में 1978 में कुछ गर्माहट आनी शुरू हुई. इसके बाद क्रिकेट खेलने को लेकर फिर बात होने लगी.
भारतीय टीम पाकिस्तान की धरती पर पहुँची और अक्तूबर 1978 में फ़ैसलाबाद में पहला टेस्ट खेला गया. तीन टेस्ट मैचों की ये सिरीज़ पाकिस्तान ने 2-0 से जीती.
पाकिस्तान की टीम 1979-80 में भारत आई और छह टेस्ट मैचों की ये सिरीज़ भारत ने 2-0 से अपने नाम की.
भारत 1982-83 में जब पाकिस्तान में खेलने गया तो इमरान के नेतृत्व में खेल रही टीम ने उसे 3-0 से शिकस्त दी.
पाकिस्तान की टीम 1983-84 में भारत दौरे पर आई और तीन टेस्ट मैचों की सिरीज़ 0-0 की बराबरी पर छूटी.
लेकिन अक्तूबर 1984 में हुई इंदिरा गांधी की हत्या के बाद पाकिस्तानी टीम का भारत दौरा बीच में रद्द कर दिया गया, जबकि अभी एक टेस्ट और एक वनडे मुक़ाबला खेला जाना बाक़ी था.
भारत ने 1984-85 में पाकिस्तान का दौरा किया. इस दौरे में खेले गए दो टेस्ट मैचों में से किसी का भी नतीजा नहीं निकला.
पाकिस्तान को 1986-87 में भारतीय ज़मीन पर पहली टेस्ट सिरीज़ जीतने में कामयाबी मिली. पाँच टेस्ट मुक़ाबलों की ये सिरीज़ पाकिस्तान ने 1-0 से जीती.
साल 1989-90 में हुआ भारत का पाकिस्तान दौरा ऐतिहासिक था. इसी दौरे में भारत के सचिन तेंदुलकर और पाकिस्तान के वक़ार यूनुस ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में क़दम रखा.
इसी दौरान भारत प्रशासित जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद तेज़ी से बढ़ने लगा. पाकिस्तान ने कुछ गुटों के इस आंदोलन को ‘नैतिक और कूटनीतिक’ समर्थन दिया और मांग की कि इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र की देखरेख में जनमत संग्रह से सुलझाना चाहिए.
उधर, भारत का कहना था कि पाकिस्तान चरमपंथियों को हथियार और प्रशिक्षण दे रहा है. भारत ने इसे ‘सीमा पार से आतंकवाद’ बताया.
इस सियासी तनाव का असर एक बार फिर गेंद-बल्ले पर पड़ा और दोनों देशों के बीच क्रिकेट रिश्ते 1999 तक निलंबित रहे. हालाँकि इस दौरान दो विश्व कप मुक़ाबलों में भारत और पाकिस्तान का मुक़ाबला हुआ.
बहरहाल, नौ साल बाद 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी ने सहयोगी दल शिवसेना की धमकी के बावजूद पाकिस्तान टीम को भारत आने का न्योता दिया.
पहला टेस्ट दिल्ली के फ़िरोज़शाह कोटला में खेला जाना था, लेकिन शिवसैनिकों के पिच खोद डाली. इस वजह से उस टेस्ट को चेन्नई स्थानांतरित कर दिया गया. हालाँकि बाद में क्रिकेट प्रेमियों का मूड भांपते हुए शिवसेना ने सिरीज़ नहीं होने देने की अपनी धमकी वापस ले ली.
इसी सिरीज़ में दिल्ली में ही अनिल कुंबले ने पारी में पाकिस्तान के सभी दस बल्लेबाज़ों के विकेट चटकाकर इतिहास रचा था.
इस सिरीज़ के कुछ महीनों बाद भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच करगिल युद्ध हुआ. इसके बाद भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों पर अगले पाँच साल तक बर्फ़ जमी रही.
हालाँकि 2003 के विश्व कप और कुछेक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भारत-पाकिस्तान की टीमों का आमना-सामना ज़रूर हुआ.
दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने की क़वायद रंग लाई और मार्च 2004 में सौरभ गांगुली के नेतृत्व में भारतीय टीम ने पाकिस्तान की ज़मीन पर क़दम रखा. इस दौरे में पाँच वनडे और तीन टेस्ट मैच खेले गए.
पाकिस्तान की टीम 2005 में भारत दौरे पर आई और तीन टेस्ट की ये सिरीज़ 1-1 से बराबर रही.
भारतीय टीम 2006 में पाकिस्तान के दौरे पर गई और तीन टेस्ट की ये सिरीज़ पाकिस्तान ने 1-0 से जीती.
बदले में पाकिस्तान की टीम 2007-08 में भारत आई और तीन टेस्ट की सिरीज़ का परिणाम 1-0 से भारत के हक़ में गया.
इसके बाद 26 नवंबर 2008 को मुंबई पर चरमपंथी हमले हुए. उसके बाद से जारी आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति के बीच भारत-पाकिस्तान के टेस्ट क्रिकेट संबंध भी टूटे हुए हैं. हालाँकि 2012-13 में पाकिस्तान टीम ने भारत का संक्षिप्त दौरा किया था और तीन वनडे मुक़ाबले खेले थे.
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