हरियाणा के सोनीपत में एक दलित की संदिग्ध मौत के मामले में दो पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ क़त्ल का केस दर्ज हुआ है.
पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग ने स्वीकार किया कि इस तरह की घटना गोहाना में हुई है.
स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक़ गोविंदा नाम के एक किशोर के परिजनों ने पुलिस पर ‘हिरासत में हत्या’ के आरोप लगाए हैं.
उनका कहना है कि पुलिस ने चोरी के मामले में हिरासत में लिए गए 15 साल के किशोर को रिहा करने के बदले रिश्वत की मांग की थी जिसके न दिए जाने पर उसकी हत्या कर दी गई.
पुलिस ने इन आरोपों से इनकार किया है.
गोहाना के थानाध्यक्ष ऋषिकांत ने बीबीसी से कहा, "गोविंदा पर कबूतर चोरी के आरोप लगाए गए थे. लेकिन पुलिस को इस संबंध में कोई शिकायत नहीं दी गई थी. आरोप लगाने वालों और गोविंदा के परिजनों ने बाहर ही फ़ैसला कर लिया."
उन्होंने गोविंदा को हिरासत में लिए जाने की बात से भी मना किया.
ऋषिकांत ने कहा कि गोविंदा का शव उसके घर से ही बरामद किया गया है.
पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव परिवार को सौंप दिया है.
लेकिन परिजनों ने शव को रखकर पुलिस के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया है.
ऋषिकांत ने बताया, "परिजनों की तहरीर पर दो एएसआई के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है."
हाल में हरियाणा के ही बल्लभगढ़ में एक दलित परिवार के घर में आग लगा दी गई थी. इस घटना में दो बच्चों की मौत हुई थी.
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