नयी दिल्ली: भाजपा की यह खूबी है कि विपक्ष में रहते हुए समाज के विकास के लिए किये गये काम का विरोध करती है. राजीव गांधी जब प्रधानमंत्री के तौर पर देश में कंप्यूटर क्र ांति लाने की कोशिश कर रहे थे, उस समय भाजपा ने बैलगाडी का जूलुस निकालकर संसद के बाहर प्रदर्शन किया था और आज वह िडिजटल इंडिया की बात करती है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद ने कहा कि आज उसी कंप्यूटर और िडिजटलाइजेशन की बात करके प्रधानमंत्री मोदी विदेशों में अपनी छवि चमकाने की कोशिश कर रहे है. लेकिन देश में वे उसी राजीव गांधी के पोस्टल स्टैंप पर प्रतिबंध लगाने की पहल करते है. यह दोहरी राजनीति देश के लोगों को समझनी चाहिए. जब राजीव गांधी ने मोबाइल की बात करते हुए संसद में कहा था अध्यक्ष महोदय मैं वह दिन भी देख रहा हूं कि जब इस देश के लोग जेब में फोन लेकर घूमा करेंगे, तब भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने उनका मजाक उडाया था. आज देश में लगभग 100 करोड मोबाइल के उपभोक्ता हो गये हैं. तकनीक काफी सुधर गयी है, लेकिन आज कॉल ड्रॉप की स्थिति इतनी खराब है कि कोई पांच सेकेंड भी लगातार बात नहीं कर सकता है.
जब कांग्रेस सरकार ने बैंकों का राष्ट:ीयकरण किया तो भाजपा के नेताओं ने इसका विरोध किया था और आज जन धन योजना की वाहवाही लूट रहे हैं. जबकि कांग्रेस शासन के दौरान 24 करोड लोगों के खाते खोले गये. कांग्रेस नेता ने कहा कि विकास की बुनियाद कांग्रेस सरकारों ने रखी है. बिहार चुनाव में भाजपा पर जातिवादी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी धर्म, जाति और संप्रदाय को लडाने की राजनीति करती रही है. यह बिहार और देश के लोगों के लिए नया नहीं है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पूर्वाग्रह के आधार पर निर्णय ले रही है.