दक्षा वैदकर
अगर आपने ऑफिस या घर में बहुत ज्यादा काम किया है और उसके कारण आपको थकान का अनुभव हो रहा है, तो कोई चिंता की बात नहीं है, लेकिन अगर बिना कोई काम किए ही हर वक्त आपको थकान का अनुभव हो रहा है, तो फिर इस बारे में आपको गंभीरता से सोचना होगा. थकान का शारीरिक और मानसिक अनुभव कोई भयंकर बीमारी का संकेत नहीं है, बल्कि ऊर्जा के स्तर की हमारे शरीर में कमी है. ऊर्जा का शरीर में कम होना कई वजहों से हो सकता है. इसलिए बस खान-पान और अपनी जीवनशैली पर ध्यान देने की जरूरत है.
जितना हो सके फिजिकल एक्टिविटी करते रहें. फिजिकल एक्टिविटी शरीर की एनर्जी को बूस्ट करती है. आजकल की लाइफ स्टाइल की सबसे बड़ी दिक्कत यही है कि लोग फिजिकल एक्टिविटी बहुत कम कर रहे हैं, जिस वजह से बहुत सारी दिक्कतें सामने आ रही हैं. अगर आप चाहते हैं कि आप हमेशा ऊर्जावान बने रहें, तो इसके लिए आपको रोजाना एक्सरसाइज या फिर योग करना होगा. अगर आपकी उम्र 40 साल या उसके आसपास की है, तब तो फिजिकल एक्टिविटी और भी ज्यादा जरूरी हो जाती है.
इसके अलावा खानपान में गड़बड़ होने से भी थकान का अहसास होता है. इसके लिए खूब सारा पानी पीएं. शरीर अगर डिहाइड्रेटेड होगा, तो भी थकान का अनुभव होगा. कैफीनयुक्त पदार्थो का सेवन न करें. दिन में दो बार चाय-कॉफी पीने से शरीर की ऊर्जा का स्तर बढ़ता है और मेंटल अलर्टनेस भी बढ़ती है, पर इसे इससे ज्यादा मात्र में पीने से शरीर पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ने लगता है.
तीसरी जरूरी बातें नींद से जुड़ी हैं. रोज कम-से-कम आठ घंटे की नींद जरूर लें. रात में सोते वक्त चाय-कॉफी का सेवन न करें, तो ही अच्छा है क्योंकि इससे नींद पर बुरा प्रभाव पड़ता है. खाने के बाद भी कैफीन का सेवन न करें. नींद न आने पर स्लिपिंग पिल्स भी न सें. प्राकृतिक तरीके से सोने की कोशिश करें.
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बात पते की..
– सुबह के वक्त पौष्टिक नाश्ता करने से ऊर्जा का स्तर बना रहा है. इसलिए नाश्ते में अंकुरित अनाज, होलग्रेन ब्रेड जैसी चीजें खाएं.
– काम के चक्कर में खाना न भूल जाएं. खाना नहीं खायेंगे, तो ब्लड शुगर का स्तर गिर सकता है. वक्त पर खाना खाएं ताकि ऊर्जा बरकरार रहे.