पटना :टोला सेवकों और तालीमी मरकजों ने तीन हजार रुपये मानदेय बढ़ाने और सेवा 60 सालों तक हो जाने के बाद बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सम्मान किया. मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद में आयोजित अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री को चांदी का मुकुट लगा पगड़ी, साफा और शॉल देकर सम्मानित किया. शिक्षा विभाग के जन शिक्षा निदेशालय की ओर से आयोजित इस समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं जल्दी पगड़ी पहनता नहीं हूं. अब जब आप लोगों ने पहना दिया है, तो इसकी लाज रखियेगा. इस पर वहां मौजूद महिलाओं व पुरुषों ने कहा कि जब ताज पहनाया है, तो उसकी हम सब लाज रखेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि चंद घरानों व दिखावे का हम विकास नहीं करना चाहते हैं. जब तक अंतिम पायदान के लोगों का विकास नहीं होता, तब तक समाज का विकास नहीं होगा. आज सिर्फ जीडीपी के बढ़ जाने से विकास नहीं होगा. यह तो किसी और से भी बढ़ सकता है. हर घर तक विकास की रोशनी पहुंची या नहीं, यह देखना होगा. मानव विकास का माहौल है, लेकिन यह बाद में दिखेगा. पिछले दिनों गया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाषण दिया और इंजीनियरिंग कॉलेजों की सीटों पर सवाल उठाया. जब हमारी सरकार बनी थी, तो करीब साढ़े 12 प्रतिशत बच्चे स्कूल नहीं जा रहे थे. उन्हें स्कूल पहुंचाया, प्लस टू तक की शिक्षा सुनिश्चित करा रहे हैं. इंजीनियरिंग-पॉलिटेक्निक खोले हैं और खोलेंगे. हड़बड़ा के नहीं चल रहे हैं. छात्र-छात्रओं की बुनियाद मजबूत कर रहे हैं. जब बुनियाद ही मजबूत नहीं होगी, तो इमारत कैसे टिकेगी. मानव विकास में आगे बढ़ रहे हैं. कुछ लोगों की नजर में विकास का नजरिया है उद्योपतियों का विकास हो जाये और गांव की महिलाएं गरीब ही रहे.